इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Central Intelligence Agencies Plans सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकवाद (terrorism) के खात्में में लगातार कामयाबी मिल रही है और अब केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की रणनीति के मुताबिक सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकी नेटवर्क के पूरी तरह से सफाये का खाका तैयार कर लिया है। हालांकि सुरक्षाबलों के लिए आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा व अन्य गुटों के अलावा लोकल रिक्रूटमेंट पर लगाम लगाना बड़ी चुनौती है। इसका कारण यह है कि जितने भी आतंकी मारे जाते हैं उसी अनुपात में नए आतंकियों की भर्ती हो जाती है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने घाटी के अलग-अलग इलाकों में मौजूद आतंकियों (terrorists) की सूची भी बना ली है। जानकारी के अनुसार अब तक नौ इलाकों में मौजूद लगभग 100 आतंकियों की पहचान की गई है। इन आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद के आधा दर्जन आतंकियों के अलावा हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और अल बदर के आतंकवादी हैं।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा आतंकवादी (terrorists) पुलवामा में हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार अभी दो दर्जन से ज्यादा आतंकियों की मौजूदगी की आशंका पुलवामा में है। लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी इनमें सबसे ज्यादा हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक शोपियां का नंबर इस मामले में दूसरा है। इसी तरह एजेंसियों के पास जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के अलावा, कुलगाम, अनंतनाग और बारामुला में भी आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी है।
गौरतलब है सेना के अलावा अर्धसैनिक बल और जम्मू- कश्मीर पुलिस लगातार आतंकियों का सफाया कर रही हैं। हाल के दिनों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अलावा हिजबुल के कई आतंकियों को मार गिराया गया है। सुरक्षा बलों का कहना है कि बॉर्डर ग्रिड की मजबूती के चलते ज्यादातर आतंकवादी घुसपैठ करने की कोशिश में सीमा के आसपास ही मार दिए जाते हैं।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर आतंकियों के खिलाफ कई स्तरों पर घाटी में आॅपरेशन चल रहा है। राष्टÑीय जांच एजेंसी (NIA) के अलावा आतंकियों का जमीनी नेटवर्क ध्वस्त करने के मकसद से कई सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। इनमें प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) और स्थानीय पुलिस शामिल हैं। इसके अलावा भी अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियां आतंकियों के ग्राउंड नेटवर्क को खत्म करने और वित्तीय स्रोतों, हवाला फंडिंग के खिलाफ आॅपरेशन में जुटी हैं।
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