इंडिया न्यज, नई दिल्ली:
Chhath Festival 2021 दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान व देश के अन्य राज्यों में इन दिनों छठ महापर्व की तैयारियों जोरों पर हैं। बता दें कि इस बार 10 नवंबर को छठ का पर्व है। दिल्ली सरकार की ओर से यमुना नदी के किनारे छठ मनाने की अनुमति देने नहीं दी गई है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा-निर्देश के मुताबिक छठ पूजा कंटेनमेंट जोन के बाहर केवल तय की गई जगहों पर होगी। इसके लिए पहले जिला मजिस्ट्रेट से इजाजत लेनी होगी। वहीं, यमुना नदी के किनारों पर पूजा की इजाजत नहीं होगी। दिल्ली में 1200 से ज्यादा घाट तैयार गए हैं।
दिल्ली सरकार के फैसले से नाराज छठ पूजा संघर्ष समिति और पूर्वांचल नवनिर्माण संगठन के सदस्यों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के राजनिवास के बाहर शनिवार को जोरदार प्रदर्शन कर उन्हें ज्ञापन दिया। संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि पूर्वांचल के लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है। यह पूर्वांचल के लोगों की आस्था से खिलवाड़ है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूर्वांचल मित्र मंडल छठ पूजा समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने बताया कि यूपी के कई जिलों में बिहार, झारखंड के लाखों लोग रहते हैं। ऐसे में घाटों पर छठ पूजा के लिए सभी जरूरी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। 10 नवंबर को सूर्य उपासना का महापर्व पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। बिहार में करीब नदी किनारे 1400 और तालाबों पर 3000 घाटों को साफ-सफाई कर ठीक किया जा रहा है। छठ महापर्व को लेकर व्रतियों के लिए विशेष नियम होंगे।
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