इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
PM Modi On Purvanchal Expressway प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस-वे की सौगात दी। उन्होंने सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। वह भारतीय वायु सेना के विमान सी-130जे सुपर हरक्यूलिस से सुल्तानपुर के करवल खीरी पहुंचे।
उद्घाटन के अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि यह एक्सप्रेस-वे यूपी के विकास के लिए कितना महत्वपूर्ण है। पीएम ने कहा, पूर्वी उत्तर प्रदेश को इस एक्सप्रेस-वे से सीधा फायदा मिलेगा। लखनऊ से गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से नौ जिले जुड़ेंगे। इतना ही नहीं, मोदी ने यह भी कहा कि यह एक्सप्रेस-वे यूपी की शान है, यूपी का कमाल है, देश की दृढ़ इच्छा शक्ति का यह एक्सप्रेस-वे है।
पीएम ने कहा कि जब तीन वर्ष पहले मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था तब ये नहीं सोचा था कि कि एक दिन उसी एक्सप्रेस-वे पर विमान से मैं खुद उतरूंगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बनाने में कुल 36 महीने लगे, जबकि इसमें कुल लागत 22,500 करोड़ रुपए की आई है। उद्घाटन समारोह के बाद वायुसेना ने एक्सप्रेसवे पर निर्मित 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर एयर शो का आयोजन किया। इस दौरान जगुआर, मिराज व सुखोई सहित वायुसेना के कई विमानों ने अपने करतब दिखाए। यह एयर शो एक तरह से इस बात का भी परीक्षण था कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना अपने लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक आफ के लिए सक्षम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा, आज से तीन साल पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास का कार्यक्रम संपन्न हुआ था। पिछले 19 महीने से पूरी दुनिया कोविड महामारी का सामना कर रही है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व का ही परिणाम है कि आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ हो गया।
पीएम ने एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान सबोधित करते हुए पिछली सरकारों पर निशाना भी साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले मुख्यमंत्रियों के लिए विकास वहीं तक सीमित था जहां उनका घर था, लेकिन आज जितना पश्चिम का सम्मान है, उतनी ही पूर्वांचल के लिए भी केंद्र व राज्य सरकारों की प्राथमिकता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आज यूपी को आपस में जोड़ रहा है। मोदी ने कहा, गरीबों को पक्के घर मिलें, गरीबों के घर में शौचालय हों, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर ना जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे, लेकिन मुझे बहुत पीड़ा है कि तब यूपी में जो सरकार थी उसने मेरा साथ नहीं दिया। बता दें कि उस समय प्रदेश में अखिलेश की समाजवादी सरकार है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की विशेषता सिर्फ यही नहीं है कि ये लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और गाजीपुर को जोड़ेगा। इसकी यह भी खासियत है कि ये एक्सप्रेस-वे लखनऊ से उन शहरों को जोड़ेगा जिनमें विकास की असीम आकांक्षा है।
यह एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होकर उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया पर समाप्त होता है। आठ स्थानों पर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जाएगा। यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से विशेषकर लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को गति देने का काम करेगा।
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