कहने को तो महाराष्ट्र में शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी साथ मिलकर सरकार चला रहे है। नवंबर 2019 में महाराष्टÑ के विकास के लिए शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी ने ‘महाविकास अघाड़ी’ नाम से संगठन बनाया और उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना। 28 नवंबर 2019 को उद्धव ठाकरे ने महाराष्टÑ के सीएम के रूप में शपथ ली। सरकार बनने की शुरूआत से यह गठबंधन अपने नेताओं की बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहा है। ऐता प्रतीत होता है कि अंदरखाते कुछ ठीक नहीं है। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता अनंत गीते ने एनसीपी प्रमुख शरद पंवार पर निशाना साधा। अनंत गीते ने कांग्रेस का उदाहरण देते हुए पंवार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार शिवसैनिकों के लिए ‘गुरु’ नहीं हो सकते।
वह यहीं नहीं रूके और शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को ‘एक समझौते’ की ’संज्ञा तक दे डाली। अनंत गीते सोमवार को अपने क्षेत्र गृह रायगढ़ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे ‘गुरु’ सिर्फ दिंवगत बालासाहेब ठाकरे है। हमारा घर शिवसेना है और हम हमेशा अपनी पार्टी के साथ रहेंगे।
अनंत गीते गीते ने 2014 के चुनावों के बाद केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री के रूप में कार्य किया था, जब शिवसेना एनडीए का हिस्सा थी। गीते 2019 के लोकसभा चुनावों में एनसीपी प्रतिद्वंद्वी सुनील तटकरे से मामूली अंतर से हार गए थे। तटकरे की बेटी अदिति वर्तमान में एमवीए सरकार में राज्य मंत्री हैं।
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