इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली
दिल्ली जहांगीरपुरी हिंसा मामले में घायल हुए एक एएसआई ने बताई मामले की पूरी कहानी, आइये जानते हैं हम उन्हीं की जुबानी…
इस मामले में वैसे तो कई पुलिसकर्मी घायल हुए। उन्ही में से एक एएसआई ने मामले की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि वह शुरुआत से ही शोभा यात्रा में शामिल थे। वह अपने को साथियों के साथ उस गाडी के पीछे चल रहे थे जिसमे हनुमान जी की यात्रा निकाली जा रही थी।
यात्रा के कुशल चौंक पर पहुंचते ही सामने से आ रही भीड़ ने यात्रा में शामिल लोगों के साथ बहस करनी शुरू कर दी। उन्होंने बताया की हमने मामले को शांत करने की बहुत कोशिश की लेकिन जब तक हम मामले को शांत करते तब तक मामला ज्यादा बढ़ गया था। क्योकि उन लोगों के पास बहुत हथियार थे। वे लोग तलवार, चाकू और बोत्तलें हाथ में लिए हुए थे।
एएसआई ने बताया कि उन्होंने मामले को शांत करने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई भी उनकी बात सुनंने को तैयार नहीं था। कुछ ही पलों में यहाँ अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। यात्रा में मौजूद लोग अपनी गाड़ियां छोड़ कर भागने लगे। उपद्रवियों ने गाड़ियों को जलाने की कोशिश की उनको मना करने के बावजूद वह कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं थे।
एएसआई ने बताया कि में मोके पर ही अपने साथियों के साथ मौजूद रहा और वही सटा रहा हालाँकि लोगों ने मुझे पत्थर और ईटें भी मारी लेकिन मैं फिर भी लोगों की जान बचने में लगा रहा। मुझे एक बात जो समझ नहीं आ रही थी वह थी कि मैं इस जनता के साथ उनकी गाड़ियों को भी जलने से कैसे बचाऊं।
चारो तरफ हाहकार मच गया और हर तरफ से बचाओ-बचाओ की आवाजें ही सुनाई दे रही थी। जो मेरे कानो में अभी भी गूंजती हैं। इनमे बच्चे महिलाएं सब शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। और कई को पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है।
Statement of Injured ASI in Delhi Jahangirpuri Violence