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पूछताछ में खुलासा, 27 को सिद्धू मूसेवाला की कार का पीछा नहीं कर पाया था शूटर इसलिए 29 मई को की हत्या

Naresh Kumar • LAST UPDATED : June 22, 2022, 8:07 pm IST

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इंडिया न्यूज, Punjab News। Sidhu Moosewala Murder Case : जैसा कि आप जानते ही हैं कि पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं इस मामले में पुलिस ने भी कई आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। पूछताछ के दौरान एक आरोपी ने खुलासा किया है कि मूसेवाला की हत्या 29 मई से दो दिन पहले ही हो सकती थी।

आरोपी प्रियव्रत फौजी ने किया दावा

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से मिली जानकारी अनुसार मूसेवाला की हत्या से दो दिन पहले यानी 27 मई को ही हत्या की जा सकती थी। यह दावा मुख्य आरोपी प्रियव्रत फौजी ने पुलिस पूछताछ के दौरान किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में दो शूटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों को 19 जून को गुजरात के कच्छ से किया था गिरफ्तार

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26), झज्जर जिले का रहने वाला कशिश (24) और पंजाब के बठिंडा का निवासी केशव कुमार (29) के तौर पर हुई है। पुलिस ने कहा कि तीनों को 19 जून को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया गया है।

27 मई को विफल हो गई थी सिद्धू के मर्डर की योजना

प्रियव्रत ने पुलिस को बताया कि 27 मई को सिद्धू मूसेवाला एक ही वाहन में अपने घर से निकला था। उसने कहा, 27 मई को, सिद्धू कार में अकेले निकला था, जिसके बाद बोलेरो और कोरोला कारों में शूटरों ने उसका पीछा किया।

सिद्धू एक केस के सिलसिले में कोर्ट के लिए निकला था और शूटर की कार ने उसकी कार का पीछा करना शुरू कर दिया लेकिन मूसेवाला की कार एक गांव की सड़क के बजाय मुख्य राजमार्ग पर तेजी से आगे बढ़ने लगी और शूटर कार का पीछा नहीं कर सका और योजना विफल हो गई।

आरोपियों से मिला है काफी असलाह

अधिकारियों ने आरोपियों को दबोचने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की थी। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 8 ग्रेनेड, 9 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 3 पिस्तौल और 1 असॉल्ट राइफल बरामद की गई है।

प्रियव्रत फौजी ने किया था टीम का नेतृत्व

आरोपियों ने बताया कि ग्रेनेड को बंदूकों के काम नहीं करने पर वैकल्पिक योजना के तहत रखा था लेकिन उन्होंने इनका इस्तेमाल नहीं किया। पुलिस से मिली जानकारी मुताबिक प्रियव्रत ने शूटर की एक टीम का नेतृत्व किया और घटना के समय कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था। वह हत्या का मुख्य शूटर है और उसने ही इसे अंजाम दिया था।

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