इंडिया न्यूज:
पूरे विश्वभर में मई माह के पहले मंगलवार को ”विश्व अस्थमा दिवस” (यानी दमा) मनाया जाता है। इस अभियान का उद्देश्य अस्थमा के बारे में जागरूकता बढ़ाना और दुनिया में स्थिति की देखभाल में सुधार करना है। इस बार ‘विश्व अस्थमा दिवस’ कल मंगलवार 3 मई 2022 को है।
वर्तमान में वायु प्रदूषण को देखते हुए अस्थमा के रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस बीमारी की चपेट में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आ रहे है। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो कि फेफड़ों पर आक्रमण कर श्वसन प्रणाली को प्रभावित करती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों की सहायता करना भी इस दिन का मकसद है। हालांकि, कई फल और सब्जियां ऐसी भी हैं जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं क्या है विश्व अस्थमा दिवस का इतिहास, विषय एवं महत्वपूर्ण जानकारियां।
आपको बता दें कि हर साल इस दिवस की थीम अलग-अलग होती है। इस साल यानी 2022 में वर्ल्ड अस्थमा डे की थीम है ‘क्लोजिंग गैप इन अस्थमा केयर’। अस्थमा वायुमार्ग में सूजन की बीमारी है। इसकी वजह से सांस की नली में सूजन हो जाती है जिसकी वजह से फेफड़ों से हवा को बाहर लाना मुश्किल हो जाता है। इससे रोगी को सांस फूलने, घरघराहट, सीने में जकड़न और खांसी जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
अस्थमा दो प्रकारका होता हैं। पहला एलर्जिक अस्थमा, इस प्रकार का अस्थमा या दमा किसी प्रकार की एलर्जी के संपर्क में होने के कारण होता है। दूसरा है नॉन-एलर्जिक। इस प्रकार का अस्थमा या दमा तनाव, व्यायाम, ठंड या फ्लू जैसी बीमारियों, या अत्यधिक मौसम के संपर्क में आने, हवा में परेशानियों या कुछ दवाओं के कारण होता है।
अस्थमा के लक्षणों में सांस फूलना, खांसी, घरघराहट, छाती में जकड़न, थकान महसूस करना, नींद न आना, सीने में दर्द, एलर्जी, कॉमन कोल्ड आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। ये लक्षण हर किसी में उसकी गंभीरता के आधार पर अलग-अलग होते हैं। जब लक्षण नियंत्रण में नहीं होते हैं, तो वायुमार्ग में सूजन या संकुचन आ जाता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है। अस्थमा को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके लक्षणों को कंट्रोल करके अस्थमा से पीड़ित लोगों की जिंदगी आसान बनाई जा सकती है।
डॉक्टर की मदद से अपना पर्सनल अस्थमा मैनेजमेंट प्लान तैयार करें। इस प्लान में दवाएं कब लेनी हैं और अस्थमा के जोखिम कारकों से बचने के उपायों पर गौर करें। अपने चिकित्सक की ओर से निर्धारित दवाओं का ही सेवन करें। ताकि अस्थमा के लक्षणों से राहत मिल सके। इससे वायुमार्ग से संबंधित सूजन और जलन को आप नियंत्रित कर सकेंगे।
खुद को टीका लगवाएं। धूम्रपान बंद करें और धूम्रपान क्षेत्रों से बचें। प्रदूषण से रहें दूर। फिटनेस पर काम करें। शुरूआती लक्षणों का पता चलने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अस्थमा के बारे में आम गलतफहमियां अस्थमा के मरीजों को व्यायाम करने से बचना चाहिए। उच्च खुराक वाले स्टेरॉयड से अस्थमा को नियंत्रित किया जा सकता है।
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