होम / राष्ट्रपति द्वारा नए संसद का उद्घाटन न कराना 'संसद, संविधान और जनता तीनों का अपमान' ; हरीश रावत

राष्ट्रपति द्वारा नए संसद का उद्घाटन न कराना 'संसद, संविधान और जनता तीनों का अपमान' ; हरीश रावत

Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : May 27, 2023, 8:52 pm IST

INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़) Parliament Building Inauguration: 28 मई को होने वाले नए संसद के उद्घाटन समारोह को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस मामले में उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है। बता दें , नई संसद का उद्घाटन पर रावत ने कहा है कि राष्ट्रपति संसद की प्रमुख होती हैं, वो संसद का हिस्सा हैं। हमारा सैद्धांतिक प्रश्न है कि राष्ट्रपति को संसद भवन के उद्घाटन से बाहर क्यों रख रहे हैं? ये संसद, संविधान और जनता तीनों का अपमान है, इसलिए हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री स्थिति को अब भी संभाल लें।

20 दल कर रहे पीएम द्वारा नए संसद का उद्घाटन किए जाने का बहिष्कार

बता दें, पीएम मोदी 28 मई को नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करने वाले हैं। कांग्रेस सहित कुल 20 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के बिना भवन का उद्घाटन करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय “राष्ट्रपति का अपमान करना है और संविधान का उल्लंघन करता है”।

28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के नए भवन का 28 मई को उद्घाटन करेंगे। लोकसभा सचिवालय की तरफ से यह जानकारी दी गई थी। जानकारी के अनुसार, नए संसद भवन के निर्माण का काम पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीएम मोदी से इसके लोकार्पण का आग्रह किया था। अब पीएम मोदी ने 28 मई को लोकार्पण के लिए स्वीकृति दी है। बता दें, 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर की जयंती पर होने जा रहा है।

also read ; http://ये देश की संसद है किसी व्यक्ति की संसद नहीं है, एक व्यक्ति की संसद तो आपने बना दिया ; मीनाक्षी लेखी

लेटेस्ट खबरें