India News (इंडिया न्यूज),Bengaluru Blast: बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड के पास स्थित रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के बाद लोग काफी डरे हुए हैं। इस हमले में 10 लोग घायल हो गए. जांच के चलते कैफे को फिलहाल बंद कर दिया गया है। हालांकि, यह कैफे 8 मार्च यानी महाशिवरात्रि पर दोबारा खुलेगा।

इस दिन फिर से कैफे खुलेगा

इस संबंध में रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक और सीईओ राघवेंद्र राव ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के एक हफ्ते के भीतर, उन्होंने 8 मार्च (शुक्रवार) को महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर अपने ब्रुकफील्ड आउटलेट को फिर से खोलने का फैसला किया है।

राव ने कहा, ‘हम सभी अधिकारियों और ग्राहकों को हमारे पुनः उद्घाटन में शामिल होने के लिए हार्दिक निमंत्रण देते हैं। आइए हम एकजुटता से एकजुट हों और प्रदर्शित करें कि हम आगे बढ़ने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं। चूँकि हम इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे हैं, हम अधिकारियों को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहते हैं। हमारा दृढ़ विश्वास है कि कोई भी ताकत हमारे राष्ट्र की भावना को कम नहीं कर सकती।

“ब्रुकफील्ड शाखा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हूं”

रामेश्वरम कैफे की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिव्या राघवेंद्र राव ने कहा कि हम अधिकारियों के साथ उनकी जांच में सहयोग कर रहे हैं। हमारी संवेदनाएं घायलों और उनके परिवारों के साथ हैं और हम उन्हें हर संभव सहायता और देखभाल प्रदान कर रहे हैं। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। हम अपनी ब्रुकफील्ड शाखा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं।

सघन जांच में जुटी टीम

आपको बता दें कि शुक्रवार (शुक्रवार) दोपहर 1 बजे रामेश्‍वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था. पुलिस ने संदिग्ध हमलावर की सीसीटीवी फुटेज हासिल कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. बेंगलुरु सिटी पुलिस ने एक प्रेस बयान में कहा, एचएएल पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। विस्फोट स्थल रामेश्वरम कैफे के आसपास एफएसएल, बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की टीम गहन जांच में जुटी है.

कब और कैसे हुआ धमाका?

यह धमाका शुक्रवार दोपहर 1 बजे रामेश्‍वरम कैफे में हुआ। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध कैफे के अंदर बैग रखते हुए नजर आया है. पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।

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