Beti Hai Anmol Yojana : Proving a Boon In Himachal

प्रदेश में अब तक 1,03,622 लड़कियों को मिला योजना का लाभ
इंडिया न्यूज, शिमला:
राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश की बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि समाज में उनके लिए सुरक्षित और सम्मानजनक स्थान सुनिश्चित किया जा सके। राज्य में बालिकाओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। ऐसी ही एक योजना बेटी है अनमोल है।

इस तहर लाभदायक है Beti Hai Anmol Yojana

बेटी है अनमोल योजना जरुरतमंद पात्र परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में लाभकारी सिद्ध हो रही है। योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले चिन्हित परिवारों की दो बालिकाओं के जन्म के पश्चात प्रत्येक बालिका की दर से 12-12 हजार रुपए प्रदान किए जा रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य लिंगानुपात में सुधार करना और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने में सहायता करना है। बालिका के बैंक या डाकघर खाते में 12 हजार रुपए की राशि जमा की जाती हैं, जिसे 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर निकाला जा सकता है।

लड़कियों को दी जा रही छात्रवृत्ति (Beti Hai Anmol Yojana)

राज्य में बालिकाओं को पहली से तीसरी कक्षा तक प्रतिवर्ष 450 रुपए, चौथी कक्षा में 750 रुपए, पांचवीं कक्षा में 900 रुपए, कक्षा छठी से सातवीं में 1050, आठवीं कक्षा में 1200 रुपए, नौवीं कक्षा से दसवीं कक्षा में 1500 रुपए और 11वीं और 12वीं कक्षा में 2250 रुपए तथा स्नातक स्तर पर पांच हजार रुपए प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।

Beti Hai Anmol Yojana: इतना हो चुका खर्च

योजना के तहत 1 जनवरी, 2018 से 30 जून, 2021 तक  3091.56 रुपए लाख खर्च किए गए हैं। इस योजना के तहत पहले चरण में 16443 बालिकाएं और दूसरे चरण में 87179 बालिकाएं लाभांवित हुई हैं। वर्ष 2018-19 में पहले चरण में 1131.45 लाख रुपए से लगभग 5730 बालिकाएं लाभांवित हुईं, जबकि दूसरे चरण में 25718 लड़कियों ने योजना का लाभ उठाया है। वर्ष 2019-20 में पहले चरण में 1211.68 रुपए से 5929 बालिकाओं और दूसरे चरण में 34926 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया हैं। वर्ष 2020-21 में योजना के तहत पहले चरण में 748.43 लाख रुपए से 4784 लड़कियों को लाभांवित किया गया है, जबकि दूसरे चरण में 26535 लड़कियों ने योजना का लाभ उठाया है।

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