इंडिया न्यूज, शिमला:
Himachal Tourism Shoked To Center Decision ब्रिटिश नागरिकों को भारत आने पर 10 दिनों का क्वारंटीन रहना जरूरी किए जाने का केंद्र सरकार ने फैसला किया है। केंद्र के इस फैसले से हिमाचल में अब विदेशी पर्यटन कारोबार काफी प्रभावित होगा। बता दें कि हर वर्ष तीन से चार लाख विदेशी सैलानी हिमाचल की ओर रुख करते हैं, जिनमें सैलानियों की संख्या की बात करें तो इनमें सबसे ज्यादा ब्रिटिश की अधिक होती है।
हैरिटेज स्थलों को देखने अकेले शिमला में हर वर्ष 80 हजार से अधिक ब्रिटिश सैलानी पहुंचते हैं। बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी हैरिटेज टूरिज्म के लिए शिमला, एडवेंचर टूरिज्म के लिए मनाली और आध्यात्मिक टूरिज्म के लिए धर्मशाला का रुख करते हैं। किन्नौर और लाहौल-स्पीति भी विदेशी सैलानियों को काफी भाति है। ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का कहना है कि प्रदेश में दस हजार से अधिक लोग विदेशी सैलानियों से जुड़े हैं। कई ट्रेवल कंपनियां विदेशी सैलानियों के लिए काम करती हैं।
कालका-शिमला रेलवे और हैरिटेज स्थल देखने के लिए ब्रिटेन से टूरिस्ट खास तौर पर शिमला आते हैं। इंग्लैंड से आने वाले सैलानियों के लिए रेलवे का 116 साल पुराना स्टीम इंजन आकर्षण का केंद्र रहता है। उधर, फेडरेशन आॅफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी ने कहा कि ब्रिटेन को जवाब देने के लिए भारत को कोई दूसरा रास्ता अपनाना चाहिए।