India News (इंडिया न्यूज),Jharkhand News: झारखंड के कांग्रेसी सांसद धीरज साहू से जुड़े प्रतिष्ठान और घर में मिले नोटों की गिनती जारी है। बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड , बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बिवरेज प्राइवेट लिमिटेड जैसे प्रतिष्ठानों से नोटों के अंबार मिले हैं । जिसकी गिनती छठे दिन भी चलती रही।

30 आलमारियों में भरे नोट

जानकारी के मुताबिक यह आंकड़ा चार सौ करोड़ के पार पहुंच सकता है। आईटी के सूत्रों का ये भी कहना है कि पता नही इस काले धन के आंकड़े कहां जाकर रुके। अनुमान ये भी लगाए जा रहे हैं की यह आंकड़ा पांच सौ करोड़ के पार पहुंच सकता है। 6 दिसंबर को आयकर अधिकारियों को सबसे पहले 30 आलमारियों में भरे नोट मिले थे।जिसके बाद इसकी गिनती पास के स्टेट बैंक की शाखा से मशीन को मंगवा कर किया गया था।

अधिकारियों के पास 156 बैग

लेकिन नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि मशीन गरम होने लगे, जिसके बाद भुवनेश्वर से बड़ी मशीनों को मंगवाया गया, जब तक बड़ी मशीने आती तबतक नोटों से भरे बैगों की संख्या भी बढ़ती चली गई। शुक्रवार तक आईटी अधिकारियों के पास 156 बैग थें, लेकिन शनिवार देर रात होते होते सुदापाड़ा शराब भट्ठी के एक कर्मचारी के घर से नोटों से भरा 20 और बैग आईटी के हाथ लगा।

लॉकरों की जांच होना बाकी

और ये बैग्स 176 तक पहुंच गई। इसके अलावा अभी लॉकरों की जांच होना बाकी है। बलदेव साहू संस एंड ग्रुप कंपनीज के ठिकानों से जब्त किये गये कंप्यूटर और दूसरे डिजिटल डिवाईस को भी खंगाला जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसके बाद कई और बैंक लॉकर और खातों की जांच की जायेगी। खबर ये भी है की बौध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के परिसर में पांच-पांच सौ के नोट फटे हुए भी मिले थे।

कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव

कंपनी के बाउंड्री के चारो तरफ कई पांच पांच सौ नोट फेंका गया था। माना जा रहा है की ये नोट काफी वक्त से यहां रखे हुए थे क्युकी इसमें पांच सौ से लेकर एक सौ रुपये तक के अधिकांश नोटो में सिलन लग चुका था और इस वजह से एक नोट दूसरे नोट से चिपके हुए थे। और इस वजह से नोटों की गिनती में समय भी लगा। झारखंड के लोहरदगा निवासी धीरज साहू का परिवार का कई दशक से कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव रहा है।

गुप्त खजाना पर छापे

कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं का जब भी झारखंड आगमन होता था, तो मेहमानवाजी साहू परिवार ही करते थे। साहु परिवार के इस गुप्त खजाना पर छापे के बाद साहू परिवार ही नही कांग्रेस की भी किरकिरी हो रही।टैक्स चोरी के जरिए बनाए गए ये काले धन बीजेपी के लिए ये बड़ा मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस ने धीरज साहू से किनारा करते हुए पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। धीरज साहू खामोश है। उनके प्रतिष्ठान की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

ये भी पढ़े-