India News (इंडिया न्यूज़), Sanjeev Mahajan, Noorpur: नूरपूर ब्लाक की पंचायत लौहारपुरा के ठेरु गांव के लिए फिन्ना सिंह नहर एक आफत का सबब बनती दिखाई दे रही है। हालांकि कि फिन्ना सिंह नहर से किसानों को फायदा होना चाहिए था पर अब विभाग द्वारा गलत तरीके से किए गए काम की वजह किसानों से खेतों में भूमि कटाव हो रहा है। जिसका खतरा 40-50 मीटर दूर गांव के घरों को भी होने की संभावना जताई जा रही है ।

गांव के लोगों ने नूरपूर विधायक रणवीर सिंह निक्का से लगाई गुहार

गांव के लोगों की जब फिन्ना सिंह नहर विभाग ने कोई सुनवाई नहीं की तो गांव के लोगों ने नूरपूर विधायक रणवीर सिंह निक्का से गुहार लगाई। इसी मद्देनजर नहर की वजह से यहां पर भूमि कटाव हो रहा है। नूरपूर विधायक जायजा करने पहुंचे और विभाग उच्च अधिकारी को जल्द इस समास्या से निजात दिलाने को कहा। दौरा करने बाद हुई मूसलाधार बारिश से ओर आगे भूमि कटाव हुआ गांव के लोग सहम हुए हैं कि, अगर बारिश इसी तरह होती तो रही हमारे खेत बर्बाद हो जाएंगे ।

विधायक रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि…

नूरपूर विधायक रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि हम लौहारपुरा पंचायत के ठेरु गांव में मौका देखने आए हैं। यहां के लोगों हमें इस समास्या को देखने को कहा था । ठेरु गांव में फिन्ना सिंह नहर का जो ओवरफ्लो फाल से भूमि कटाव हो रहा है। भूमि का कटाव इतना ज्यादा हो रहा कि यहां के लोगों खेतों की जमीन भी इसकी चेपट में आ रही है। यह भूमि कटाव आगे बढ़ रहा है। जो इस गांव के घरों को खतरा बनता दिखाई दे रहा। क्योंकि गांव में जो घर है वह यहां से मात्र 40-50 मीटर की दूरी पर है।

हमने इस समास्या को लेकर फिन्ना सिंह विभाग के एक्सिन से बात की और उन्हें कहा है कि यहां पर करेट लगाकर इस कटाव को रोका जाए। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हम इस काम को जल्द करवा देंगे ।अगर उन्होंने इसे नहीं करवाया तो खेतों की जमीन के साथ साथ गांव के घरों को भी खतरा हो सकता है ।

हमें मजबूरी में एमएलए के पास जाना पड़ा है: गांव वासी सुनील

गांव वासी सुनील ने कहा कि फिन्ना सिंह नहर के चलते हमारे यहां भूमि कटाव हो रहा है और हमारा गांव भी नजदीक है। 40-50 मीटर बाद हमारा गांव भी बहना शुरू हो जाएगा। हमारे आने-जाने का जो मेन रास्ता है भूमि कटाव की वजह से बंद हो चुका है हम तीन-चार बार एक्सियन के पास पूरा गांव जा चुका है, पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उसके बाद हमें मजबूरी में एमएलए के पास जाना पड़ा है। अगर इस समस्या का हल नहीं हुआ तो हमारे खेत सारे भूमि कटाव से बह जाएंगे हमारे पास कुछ नहीं बचेगा ।

समाजसेवी अरुण पठानिया ने कहा कि…

समाजसेवी अरुण पठानिया ने कहा कि हमारे यह खेत है हम यहां धान की फसल लगाते हैं फिन्ना सिंह नहर की वजह से सब बह गए हैं। हमारे यहां से एनजीओ भी बहुत बार इनके पास जाकर आ चुके हैं। उन्होंने कहा था कि हम इसे बरसात से पहले करवा देंगे पर अब बरसात दोबारा शुरू हो गई है। दो साल हो गए इनको बताते हुए पर काम नहीं हुआ अब हमने इस समास्या के बारे एमएलए को अवगत करवाया है।

नीचे वाली जमीन पठानिया की है…

हम एक्सियन एसडीओ को यही कहते कि हम किसी को भेज देंगे और हमें कहते हैं कि आप की जमीन नहीं है। हालांकि यह सब जमीन और नीचे वाली जमीन पठानिया की है। हमने इन्हें कहा कि अपना पटवारी भेजो पर वह नहीं भेजते हैं। पटवारी हमें कहता है कि, हमने गलत कर दिया है और कहते हैं कि पहले नहर सीधी जानी थी। पर अब इन्होंने मोड़ कर दूसरी दिशा में कर दी है। अब यह नाला यही छोड़ दिया है। जिसकी वजह से सारे खेत बह रहे हैं और थोड़े दिनों बाद ऐसा ही रहा तो सारे खेत बह जाएंगे व साथ ही यह ठेरु गांव है। इनके लिए भी आफत बनी हुई है। कितनी बार हम विभाग को कहें इन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

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