किन्नौर के उरनी में पुल टूटा, लाहौल में आई चट्टानें
इंडिया न्यूज, शिमला:
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में भूस्खलन और चट्टानें गिरने से मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। बीती रात हुई वर्षा के बाद किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला समेत कुछ अन्य जिलों में भी भूस्खलन हुआ है। इससे कई जिलों में यातायात भी बाधित हुआ है। वहीं, ताजा बर्फबारी व भूस्खलन से मनाली-लेह मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है।
प्रदेश के जनजातीय जिले किन्नौर में नेशनल हाईवे-5 पर चट्टानें गिरने से उरनी पुल क्षतिग्रस्त हो गया। इस कारण वाहनों की आवाजाही के लिए पुल को बंद कर दिया गया है। इस पुल के बीच पर एक बड़ा पत्थर गिरा और इससे वह क्षतिग्रस्त हो गया और इस कारण प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए वहां यातायात को रोक दिया गया है।
उधर, रोहतांग के साथ बारालाचा व कुंजुम दर्रा की पहाड़ियों पर रुक-रुककर हल्की बर्फ हो रही है। इससे राज्य में ठंड होनी शुरू हो गई है। वहीं, बारिश से कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में कई संपर्क सड़कें बाधित हो गई हैं। बारिश के बाद ब्यास, पार्वती सहित सहायक नदी नालों का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है।
एहतियात के तौर पर नदी-नालों से दूर रहें
सोमवार को भी सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों को एहतियात के तौर पर नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है। कुल्लू जिले में लगातार बारिश बागवानी के लिए भी आफत बन गई है। 11 सितंबर से बागवान सेब का तुड़ान नहीं कर पाए हैं। शिमला में भी रुक-रुककर हो रही बारिश से सेब सीजन पर असर पड़ा है। बारिश के चलते बागवान सेब को तोड़ नहीं पा रहे। इससे मंडियों में सेब की आमद कम हो गई है।
वहीं, नेशनल हाईवे 505 ग्रांफू-काजा मार्ग भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है। सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे डोहरनी नाला के पास पहाड़ी दरक गई। इससे यातायात बाधित हो गया है। इस बीच, शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल के तहत तांगणु जांगलिख में भारी बारिश के कारण पुल ढह गया है। इस कारण इस मार्ग पर यातायात बंद हो गया है। वहीं, राजधानी शिमला में भी शोघी-मैहली बाईपास पर ब्योलिया के पास लैंड स्लाइड हुआ है और इससे यातायात बाधित रहा।