India News (इंडिया न्यूज़), Raigarh Landslide, रायगढ़: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक आदिवासी गांव में भारी भूस्खलन की वजह से करीब 40 घर मलबे में दब गए हैं। साथ ही कुल 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। महाराष्ट्र में बेहद ही भयंकर बारिश हो रही है। घटनास्थल पर NDRF की 4 टीमें मौजूद हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। 10 लोगों को बचा लिया गया है। हालात की गंभीरता देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे घटनास्थल पर पहुंचे। इसके साथ ही डिप्टी सीएम अजीत पवार मंत्रालय डिजास्टर कंट्रोल रूम पहुंचकर लैंडस्लाइड का जायजा लिया।

सरकार उठाएगी घायलों के इलाज का खर्च

NDRF के अधिकारियों ने जानकारी दी कि रायगढ़ के खालापुर इलाके से महज 6 किमी दूरी पर भूस्खलन हुआ है। खालापुर इलाके में मोरबे बांध बना हुआ है जोकि नवी मुंबई में जल आपूर्ति करता है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिंदे हैलिकॉप्टर की मदद के लिए रेस्क्यू के लिए आदेश दिए हैं। जो लोग इस घटना में घायल हुए सरकार उनके इलाज का खर्चा उठाएगी।

मलबे से 5 शव बरामद

मलबे में फंसे 75 लोगों का फिलहाल रेस्क्यू कर लिया गया है। साथ ही 5 शवों को बाहर निकाला गया है। वहीं, रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घरगे ने इसे लेकर कहा कि उन्होंने लैंडस्लाइड के बाद नवी मुंबई और पनवेल के सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है। जिससे ये सुनिश्चित किया जा सके कि सभी घायलों को तत्काल रूप से चिकित्सा देखभाल मिल सके।

बचाव अभियान के भेजी गईं NDRF की दो टीमें

बता दें कि जिस गांव में भूस्खलन हुआ है। वहां NDRF की दो टीमों को बचाव अभियान के लिए भेजा गया है। हर टीम में 25 से अधिक लोग शामिल हैं। साथ ही मौके पर 4 एंबुलेंस भी मौजूद हैं। इसके इलावा रायगढ़ के जिलाधिकारी कार्यालय ने जानकारी दी कि 100, कंबल, 100 सफाई कामगार, पानी की बोतलें, बिस्किट, टार्च और फ्लड लैंप भी भेजे गए हैं। इसके साथ ही 1800 पानी की बोतलें, 1500 बिस्किट के पैकेट, 35 टार्च, 50 कंबल, पट्टियां, दस्ताने और फर्स्ट एड किट आदि जरूरी सामान खोपोली से भेजा गया है।

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