राज्य

हिमाचल में मानसून पड़ा ढीला, अगस्त माह में हुई कम बारिश, सामान्य से 44 फीसदी कम हुई बारिश

12 वर्ष बाद अगस्त माह में सबसे कम बरसे मेघ
इंडिया न्यूज, शिमला:
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस बार भी भारी तबाही मचाई, लेकिन फिर भी इस पहाड़ी राज्य में मानसून ढीला पड़ गया। आम तौर पर अगस्त माह में राज्य में अच्छी बारिश होती थी, लेकिन इस बार अगस्त माह में काफी कम बारिश हुई। कुल मिलाकर अगस्त माह में सामान्य से 44 फीसदी कम मेघ बरसे और ऐसा 12 वर्ष बाद हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक हिमाचल में वर्ष 2009 के बाद इस बार अगस्त माह में सबसे कम बारिश हुई। अगस्त माह में राज्य में सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई। अगस्त में राज्य में 262.3 मिमी. बारिश सामान्य वर्षा मानी जाती है, लेकिन इस बार यह 146.5 मिमी. रिकॉर्ड की गई। इससे पहले वर्ष 2009 में सामान्य से 52 फीसदी कम यानी 126.7 मिमी. बारिश हुई थी। वहीं, पिछले वर्ष 2020 में राज्य में सामान्य से एक फीसदी ज्यादा यानी 265.4 मिमी. मेघ अगस्त माह में बरसे थे। वर्ष 2019 में तो सामान्य से 24 फीसदी अधिक यानी 324.3 मिमी. बारिश हिमाचल में हुई थी।
मौसम विभाग के मुताबिक इस वर्ष अगस्त में मंडी जिले को छोड़कर शेष सभी जिलों में सामान्य से कम वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं, चंबा, लाहौल-स्पीति और सिरमौर जिले में बहुत कम वर्षा हुई, जबकि बाकी आठ जिलों में भी कम वर्षा दर्ज की गई है। मंडी जिले में सामान्य से 5 फीसदी कम वर्षा हुई और यह सामान्य ही मानी जाती है। वहीं, सिरमौर में 61, चंबा में 64 फीसदी और लाहौल-स्पीति जिले में 92 फीसदी कम वर्षा हुई। यह बहुत कम है। उधर, बिलासपुर जिले में सामान्य से 36 फीसदी कम वर्षा हुई है। हमीरपुर जिले में 33 फीसदी कम, कांगड़ा में 45 फीसदी कम, किन्नौर में 31 फीसदी कम, कुल्लू में 40 फीसदी कम, शिमला में 37 फीसदी कम, सोलन में 38 फीसदी कम और ऊना में 52 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में इस माह हिमाचल में कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार अगस्त में 13 दिन भारी बारिश रिकॉर्ड हुई है, जबकि अगस्त माह में राज्य में अलग-अलग स्थानों पर कुल मिलाकर 29 दिन बारिश हुई। इस दौरान लाहौल-स्पीति में फ्लैश फ्लड की दो और भूस्खलन की एक घटना हुई। वहीं, किन्नौर में भी भूस्खलन की दो और फ्लैश फ्लड की एक घटना हुई। इसके अलावा कुल्लू में फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की दो और सोलन में भूस्खलन की एक घटना हुई, जबकि किन्नौर के निगुलसेरी में एनएच-5 पर पहाड़ दरकने से एचआरटीसी बस समेत कई वाहन मलबे और चट्टानों में दफन हो गए। इस घटना में 28 लोगों की मौत हो गई। हिमाचल में सितंबर माह भी बारिश का ही रहता है और इस माह के चौथे सप्ताह में ही राज्य से मानसून विदा होता है। ऐसे में इस माह और बारिश हो सकती है।

 

Amit Sood

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