India News(इंडिया न्यूज), Prahlad Patel Bungalow: आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी कि ‘बोओगे पेड़ बबूल का तो आम कहां से पाओगे’? इसका मतलब यह है कि बबूल के पेड़ पर आम का फल नहीं लग सकता। लेकिन मध्य प्रदेश के भोपाल में कुछ अलग ही होता दिख रहा है. यहां बबूल के पेड़ में नहीं बल्कि नीम के पेड़ में आम के फल दिखाई देते हैं. मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद पटेल का बंगला इसी वजह से चर्चा में है. यहां एक नीम का पेड़ है. लेकिन उस पर आम के फल लगे हैं. शनिवार को जब मंत्री की नजर इस पेड़ पर पड़ी तो वह भी हैरान रह गए. उन्होंने खुद इस पेड़ की फोटो और वीडियो अपने सोशल मीडिया पर शेयर की, जिसके बाद हर तरफ इस पेड़ की चर्चा होने लगी।

मंत्री प्रहलाद पटेल का निवास भोपाल में प्रोफेसर कॉलोनी के पास सिविल लाइन में बी-7 बंगले में है। उनके बंगले के आसपास बड़ी संख्या में पेड़-पौधे और हरियाली बिखरी हुई है. नीम का पेड़ भी इन्हीं में से एक है। जिस पर आम के फल लगे हुए हैं. इस बंगले में फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है. इसी बीच शनिवार को प्रह्लाद पटेल बंगले का निरीक्षण करने पहुंचे थे. पेड़-पौधों का जायजा लेते समय उनकी नजर इस पेड़ पर पड़ी और वह इसे देखकर हैरान रह गए।

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लगभग 30 वर्ष पुराना नीम का पेड़

उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यह प्रयोग सालों पहले किसी कुशल माली ने किया होगा, जो किसी आश्चर्य से कम नहीं है. अनुमान है कि यह पेड़ करीब 30 साल पुराना है। उन्होंने कर्मचारियों से इस पेड़ की विशेष देखभाल करने को कहा।

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ये है बी-7 बंगले का इतिहास

यह बंगला इसी साल प्रह्लाद पटेल को आवंटित किया गया है. पहले इस बंगले में शिवराज सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा रहते थे। मुख्यमंत्री आवास के बाद यह बंगला सभी मंत्रियों और सरकारी बंगलों में सबसे बड़ा है। इस बंगले में कभी मुख्यमंत्री का कार्यालय भी हुआ करता था।

जब पीसी सेठी मुख्यमंत्री थे तो यहीं रहते थे. इसके अलावा यह पूर्व उपमुख्यमंत्री शिवभानु सिंह सोलंकी और सुभाष यादव का भी आवास था. उसके बाद ये बंगला काफी समय तक खाली रहा. 2018 में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो यह बंगला पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आवंटित कर दिया गया, हालांकि वह यहां शिफ्ट होने के बजाय अपने पुराने आवास 74 नंबर बंगले में ही रहे।

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