India News (इंडिया न्यूज),Mumbai Air Pollution: अब तक हर कोई जानता था कि वायु प्रदूषण या खराब हवा दिल्ली में ही खराब होती है और वहां के ही लोग काफी परेशान होते हैं लेकिन यह हवा अब मुंबई में भी और मुंबई के आसपास इलाकों में भी खराब होने लगी है और इसका असर आम लोगों के जनजीवन पर पड़ने लगा है। और इसीलिए बीएमसी की तरफ से कई सारे बड़ी हिदायत और कई नई गाइडलाइन बनाई गई है।।
उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई
नई गाइडलाइन को साथ कड़े आदेश दिए गए हैं की ताकि हर कोई इसका कड़ाई से पालन किया जाए वरना उल्लंघन करने वालों पर होगी बड़ी कार्रवाई। कारण साफ है कि हर कोई मुंबई में और आसपास के इलाकों में खुले आसमान के नीचे अच्छी हवा या यूं कहे की जब सांस ले तो उन्हें अच्छी हवा तो मिले।
हवा पर भी विपरीत परिणाम
बीएमसी ने जारी की गाइडलाइन का पालन किया जाए अन्यथा सख्त करवाई की जाएगी,जिसकी हिदायत बीएमसी कमिशनर इकबाल सिंह चहल ने दी है। मुंबई शहर और उपनगर में बदलते पर्यावरण के कारण हवा पर भी विपरीत परिणाम होने लगा है। एयर पॉल्युशन के बढ़ते स्तर कारण बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने प्रशासनिक अधिकारियो के साथ बैठक की जिसके बाद बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आज से नई गाइडलाइन जारी की गयी है।
27 नियम किए गए तय
नई गाइडलाइन में क्या-क्या बड़े बदलाव किए गए हैं और क्या-क्या लोगों को मनाना होगा उसका पूरा डिटेल। बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने अपने आदेश के तहत नई गाइडलाइन में 27 नियम तय किए हैं जिसे लोगों को मानना जरूरी होगा। उसका एक्सक्लूसिव डिटेल इंडिया न्यूज़ पर।
- 70 मीटर से ऊंची इमारत का कंस्ट्रक्शन करना है तोह इमारत के चारो तरफ 35 फ़ीट ऊंचे टिन के पत्रों से उसे ढकना होगा।
- एक एकड़ से ज्यादा कंस्ट्रक्शन के लिये 35 फ़ीट ऊंचाई के टिन के पत्रों से ढकना होगा,इससे कम क्षेत्र में काम करना है तोह 25 फ़ीट ऊंचे टिन के पत्रों से ढकना होगा।
- इमारतों का कंस्ट्रक्शन चल रहा है ऐसी इमारते हरे कपड़े,ज्युट, या तारपोलिन से ढकना अनिवार्य।
- कंस्ट्रक्शन गिराने के लिए भी उसे चौतरफा हरे कपड़े,ज्यूट शीट या फिर तारपोलिन से ढकना होगा।
- कंस्ट्रक्शन का काम चलते वक्त पानी का छिड़काव समय समय पर अनिवार्य।
- कंस्ट्रक्शन के समान पर भी समय समय पर पानी का छिड़काव करना जरूरी।
- कंस्ट्रक्शन का सामान ले जाते वक्त वो पूर्णतः ढका हो।
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर CCTV जरूरी,गाड़ियों की सफाई पर भी ध्यान देना होगा।
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर एयर पॉल्यूशन ना हो इसपर ध्यान देना जरूरी।
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर बंदिस्त जगह पर ग्राइंडिंग,कटिंग,ड्रिलिंग,सॉइंग,और ट्रिमिंग के काम किये जायें।
- कंस्ट्रक्शन साइट पर कंस्ट्रक्शन,या मलबा गिराना है तोह उसका मैनेजमेंट बीएमसी निर्देशो के अनुसार हो।
- कंस्ट्रक्शन का सामान लाने ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ियों की समय समय पर PUC की जाए।
- कंस्ट्रक्शन कर्मी मास्क गॉगल हेल्मेट खुदके संरक्षक साहित्यों का परिधान करे।
- BMC के पुलों के काम या बाकी प्रोजेक्ट्स की जगह 25 फ़ीट तक बैरिकेडिंग की जाए।
- मेट्रो के जमीन के ऊपर चल रहे काम 25 फ़ीट ऊंचाई तक बैरिकेडिंग से ढके जाए। कंस्ट्रक्शन के वक्त स्मॉग गन,वाटर स्प्रिंकलर का इस्तेमाल हो।
- यह सभी प्रतिबंधात्मक उपाय (SRA, MHADA, MIDC, MSRDC, MMRDA, BPT, Airport Authority, Railway), निजी और सरकारी विभागों के प्रोजेक्ट के लिए सभी को अनिवार्य है।
- रात के समय तक फेका जानेवाला मलबा रोकने के लिए सभी बीएमसी असिस्टेंट कमिश्नर की स्पेशल टीम तैनात की जाएगी।
- सभी विभागों के असिस्टेंट कमिश्नर एयर पॉल्यूशन कम करने के लिए अपनी टीमें गठित करे।
- जिसमे बीएमसी वार्ड इंजीनियर 2, एक पुलिस कर्मी, एक मार्शल,गाड़ी रहे।बड़े विभागों में 6 टीम,मीडियम स्तर के विभाग में 4 टीम,छोटे विभाग में 2 टीम होगी।
- यह विशेष टीम स्पॉट पर पहुचकर उसका वीडियोग्राफी भी करे,निर्देशो का पालन किया जा रहा है कि नही वो देखे,पालन नही हो रहा है तोह काम रोकने के लिए नोटिस भी दे,या काम की जगह सील करे।
- यह गाइडलाइन जारी होने के बाद 15 दिनों के भीतर स्प्रिंकलर और 30 दिनों के भीतर स्मॉग गन की खरीद करना जरूरी।सभी इसका पालन करे।
- जिन गाड़ियों में कंस्ट्रक्शन का सामान लाना और ले जाना किया जा रहा है वो पालन नही करते है तोह ऐसी गाड़ियों को जब्त भी किया जाए।
- RTO कमिश्नर ऐसे वाहनों पर कार्यवाही करें जो नियमो का पालन नही कर रहे है।
- महाराष्ट्र पॉल्यूशन नियंत्रण मंडल अगले महीने भर में BPCL, HPCL, RCF, टाटा पावर और औद्योगिक क्षेत्रों के एयर पॉल्यूशन पर एक महीने तक रोजाना ध्यान रखे,और उचित करवाई करे…इसकी रोजाना रिपोर्ट BMC के शहर के अतिरिक्त कमिश्नर और पश्चिम उपनगर के अतिरिक्त आयुक्त को सौंपे।
- कंस्ट्रक्शन व्यवसायी/बिल्डर जिन वाहनों में ट्रेकिंग सिस्टीम है ऐसे ही वाहन इस्तेमाल करे।
- मलबा सड़को पर न आये इसका ध्यान रखा जाए।
- वाहनों की सफाई सड़को पर आने के पहले जरूरी है।
- डंपिंग ग्राउंड,खुले में कही पर भी कचरा ना जलाया जाए जिसपर पूर्णतः पाबंदी रहेगी।
लोगों ने की खुलकर बात
हवा प्रदूषण पर इंडिया न्यूज़ की खास पड़ताल में कई लोगों ने खुलकर बात की और यह बताया कि किस तरीके से आज वह खुले आसमान के नीचे ठीक तरीके से सांस भी नहीं ले पा रहे हैं कारण साफ है की हवा प्रदूषण इस तरीके से फैला हुआ है कि लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
कई लोगो ने जाना बंद किया मॉर्निंग वॉक
हर रोज मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले संतोष सिंह साफ-साफ कहते हैं कि जिस इलाके में वह मॉर्निंग वॉक करने जाते हैं उसे इलाके में तो इस तरीके से प्रदूषण है कि वह उन्होंने मॉर्निंग वॉक्स पर जाना ही छोड़ दिया इलाका है वह सही में मधुबन का इलाका जहां पर भारी पैमाने पर लोग सुबह-सुबह वॉकिंग के लिए जाते हैं लेकिन प्रदूषण का अस्तर इस कदर खराब है कि अब संतोष सिंह ने वहां जाना ही बंद कर दिया है।
प्रदूषण से उम्र हुई कम, सोनू सिंह
वही सोनू सिंह जो कि मुंबई के पास नालासोपारा इलाके में रहते हैं वह कहते हैं कि वायु प्रदूषण से तो उम्र ही हमारे काम हो गई है क्योंकि प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ता जा रहा है। इसी तरह योगेंद्र सिंह कौशिक, भानु प्रताप सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने भी वायु प्रदूषण के बारे में कहा की ये तो खतरनाक हवा हो चुकी है और इससे हमें काफी तकलीफ हो रही है और उन्होंने खुलकर यह बात मानी कि यह तमाम लोगों की लापरवाहियों की वजह से ही हो रहा है जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।
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