India news (इंडिया न्यूज़), Sidhi: सीधी के सेमरिया सीएसी से रेफर केस आया था। हालात खराब होने पर जिला चिकित्सालय से रीवा मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया गया। सीधी आदिवासी अंचल आज भी दवा के साथ दुआ में भी विश्वास करता नजर आ रहा है।
सेमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी महिला
उपचार के साथ झाड़-फूंक भी लोगों की प्राथमिकता आज भी बनी हुई है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें सेमरिया निवासी श्रीमती सुमित्रा यादव पति बिहारी लाल यादव उम्र 36 वर्ष सर्पदंश से आज सुबह उपचार के लिए सेमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी।
स्वास्थ्य खराब होने के चलते चिकित्सकों ने जिला चिकित्सालय सीधी रेफर कर दिया जहां मात्र चांद समय में उपचार के बाद सीधी जिला चिकित्सालय से रीवा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। लेकिन परिजन उपचार के सिवा जिला चिकित्सालय से लगे बाहरी क्षेत्र में मुख्य सड़क पर झाड़-फूंक वालों को बुलवाकर झाड़-फूंक करना आरंभ करा दिया गया।
घंटो झाड़-फूंक का सिलसिला चलता रहा
चिकित्सक आवास परिसर के ठीक बगल में घंटो झाड़-फूंक का सिलसिला चलता रहा और लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे। ऐसा कयास लगाया जा सकता है कि, जिले में आस्था व अंधविश्वास के नाम पर इस तरह के कृत्य भी देखने को मिलते है। यह सिलसिला घंटो तक जारी रहा और लोग देखते रहे।