शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज में हिमाचल प्रदेश के अव्वल रहने पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि दूसरी डोज में भी इसी जुनून को बनाए रखना है। इसमें भी हिमाचल को नंबर वन रखना है। लाहौल-स्पीति के वैक्सीनेशन लाभार्थी नवांग उपासक से पीएम नरेंद्र ने यह भी जानना चाहा कि अटल टनल के बन जाने के बाद लाहौल-स्पीति के जनजीवन में किस तरह का बदलाव आया। नवांग ने कहा कि होम स्टे बन रहे हैं। क्षेत्र में पर्यटन को पंख लग रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रदेश के कोविड टीकाकरण लाभार्थियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से वर्चुअल माध्यम से बातचीत की। सिविल अस्पताल डोडरा क्वार के डॉक्टर राहुल ने पीएम को बताया कि कोरोना वायरस से बचाव और टीकाकरण के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों को घर-घर जाकर इस बारे में जागरूक कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीटरहॉफ में वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। जयराम ठाकुर ने बताया कि 30 नवंबर तक दूसरी डोज का लक्ष्य तय किया गया है। पहली डोज का लक्ष्य 53.77 लाख था। 55 लाख लोगों को पहली डोज का टीका लगाया गया है। 72 लाख से ज्यादा लोगों को अब तक कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमीरपुर की 84 वर्षीय महिला लाभार्थी से बात की। वार्ड नंबर दो की रहने वाली निर्मला देवी ने कहा, बाजू में दर्द भी ठीक हो गया, डबल फायदा हुआ। महिला ने सभी लोगों से कोरोना वैक्सीन लगाने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें बुजुर्गों का आशीर्वाद चाहिए।
सभी के टीकाकरण के बाद जुकाम जैसा हो जाएगा कोरोना
कानपुर। कानपुरियम और आर्ट होम्योपैथी संस्था के बैनर तले कोविड-19 दशा-दिशा और उपचार के संबंध में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें आईआईटी के सहायक प्रोफेसर डॉ.राजेश रंजन ने अपने गणितीय मॉडल के आधार पर दावा किया कि सभी को वैक्सीन लग गई तो कोरोना की हालत सर्दी-जुकाम जैसी हो जाएगी। मतलब यह कि कोरोना बेहद कमजोर हो जाएगा। बताया कि वैसे अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। बेहतर प्रबंधन से इसे संभाल लिया गया। डॉ. रंजन ने सलाह दी कि अभिभावक बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। उन्हें शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना सिखाएं। होम्योपैथी और आयुर्वेद को शोध के जरिये ज्यादा पुख्ता बनाने की जरूरत है। कानपुरियम संस्था के संयोजक मनोज कपूर ने एलोपैथिक दवाओं की तरह होम्योपैथी के लिए मूल्य निर्धारण नीति लाने का मशविरा दिया। कहा कि होम्योपैथी के सकारात्मक योगदान के मद्देनजर इस चिकित्सा पद्धति को समुचित प्रोत्साहन दिया जाए।