India News (इंडिया न्यूज़),Hemant Soren: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सोमवार (जनवरी 29, 2024) को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची, लेकिन वह वहां नहीं मिले। हालांकि, ईडी का दस्ता 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा जमाए रहा और आवास की तलाशी भी ली गई। जांच एजेंसी ने झारखंड के सीएम के आवास से एक बीएमडब्ल्यू कार जब्त की है और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं। हालांकि, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ईडी की कार्रवाई को हेमंत सोरेन को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश करार दिया है। वहीं, बीजेपी ने दावा किया कि गिरफ्तारी के डर से सीएम सोरेन 18 घंटे से फरार हैं।
ईडी की टीम दिल्ली पुलिस के साथ सोमवार सुबह करीब 9 बजे दक्षिणी दिल्ली के 5/1 शांति निकेतन भवन पहुंची और रात करीब 10:30 बजे तक वहां मौजूद रही। बाद में, ईडी अधिकारियों को रात करीब 10।30 बजे परिसर से बाहर निकलते देखा गया। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने सीएम सोरेन के आवास से एक बीएमडब्ल्यू कार और कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं।
हेमंत सोरेन को बदनाम करने की साजिश- झामुमो
इस बीच सीएम सोरेन के परिवार के सदस्य ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि यह पूरी घटना हेमंत सोरेन को बदनाम करने की साजिश है। हेमंत सोरेन ने लगातार ईडी को जवाब दिया है। उन्होंने 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे अपने आवास पर अपना बयान दर्ज कराने की इच्छा जताई थी।
‘निजी काम से दिल्ली गये थे सीएम’
झारखंड के सीएम 27 जनवरी को रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उनकी पार्टी जेएमएम ने सोमवार को कहा कि वह निजी काम से गये थे और लौट आयेंगे। हालांकि, बीजेपी की झारखंड इकाई ने सोमवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री सोरेन ईडी की कार्रवाई के डर से पिछले 18 घंटे से फरार हैं। इस दौरान बीजेपी ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से इस मामले पर संज्ञान लेने का आग्रह किया और कहा कि झारखंड की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा दांव पर है।
ईडी को भेजे मेल में सीएम सोरेन ने क्या कहा?
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में 20 जनवरी को सोरेन से रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ की थी और उन्हें एक नया समन जारी कर यह बताने के लिए कहा था कि वह 29 जनवरी या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपस्थित होंगे या नहीं। दिन आएंगे। सीएम सोरेन ने एजेंसी को पत्र तो भेजा था लेकिन पूछताछ के लिए दिन या तारीख नहीं बताई थी। रविवार (28 जनवरी) को ईडी को भेजे गए एक ई-मेल में, सोरेन ने राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होने का आरोप लगाया और दावा किया कि उनका बयान 31 जनवरी या उससे पहले फिर से दर्ज किया जाएगा। जिद अपनी दुर्भावना को दर्शाती है।
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