सिंह ने आगे कहा कि मैंने अपना माता-पिता बाबा बलबीर सिंह चमकौर साहिब वाले को मान लिया है। उन्होंने मुझे उपहार में नाम जपने के लिए माला दी है। उन्होंने कहा कि मेरा जीवन अब सत्य के मार्ग पर चलकर संपूर्ण हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे भी क्रिकेट का बहुत शौक था लेकिन कुछ कारणों से आगे नहीं बढ़ सका। परंतु उनकी ख्वाहिश थी कि उनका लड़का युवराज सिंह मेरा नाम क्रिकट में रोशन करें। श्री गुरु नानक देव जी की अपार कृपा और बाबा दीप सिंह के आशीर्वाद से लड़के ने उनका देश-विदेश में नाम रोशन किया।
इस मौके पर गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के मैनेजर भाई जरनैल सिंह बुले, हेड ग्रंथी सतनाम सिंह ने प्रसिद्ध पंजाबी अभिनेता व पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। प्रेसवार्ता में योगराज सिंह भावुक हो गए और कहा कि मेरे जीवन में मुझसे बहुत गलतियां हुई हैं। जब से उन्होंने बाबा बलबीर सिंह को गुरु धारण किया है, उस दिन से ही उनका जीवन सफल हो गया है।