रोहित रोहिला, पंजाब न्यूज। Dr. Vijay Singla sacked: पंजाब के सीएम भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Maan) ने अपनी ही कैबिनेट (Cabinet) के स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) डा. विजय सिंगला (Dr. Vijay Singla) को बर्खास्त (sacked) कर दिया है। पंजाब के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा जब किसी सीएम ने अपनी की कैबिनेट के एक मंत्री को भ्रष्टचारों के आरोपों में न सिर्फ कैबिनेट से हटाया हो बल्कि उस आरोपी मंत्री के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने तक की हिदायत दी हो।
लेकिन पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपनी ही कैबिनेट के स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला को भ्रष्टाचारों के आरोपों के चलते कैबिनेट से हटाने के साथ उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई के आदेश दिए है। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उस मंत्री को गिरफ्तार कर लिया जिसे कल तक वह पुलिस कर्मचारी सेल्यूट किया करते थे।
पुलिस की एंटी करप्शन विंग ने आरोपी मंत्री को गिरफ्तार किया है। मान के भ्रष्टाचार के इस बड़े एक्शन से सरकार की जीरो टालरेंस की नीति को साबित कर दिया है। मान ने खुद ही इस मामले को उजागर किया और सोशल मीडिया के जरिए अपने मंत्री पर इस एक्शन के बारे में जानकारी दी।
अब सिंगला को पार्टी से बाहर का भी रास्ता दिखाया जा सकता है। क्योंकि मान ने स्पष्ट शब्दों में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की बात कही है। सीएम का यह एक्शन अब दूसरे मंत्रियों एवं अधिकारियों के लिए भी एक मिसाल होगा।
सीएम भगवंता मान ने एक विडियों संदेश जारी करते हुए साफ किया कि उन्हें आरोपी मंत्री को लेकर यह शिकायत मिली थी कि वह विभाग के टेंडरों में एक फीसदी के कमिशन की मांग कर रहे है। जिसके बाद मान ने इस मामले की जांच की और मामले में तथ्य एकत्रित करने के बाद यह एक्शन लिया है।
मान ने इस विडियों संदेश में यह भी कहा है कि आरोपी डा. सिंगला ने यह बात कबूल भी की है। जिसके बाद कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। स्वास्थ्य वि•ााग में हर साल करोड़ों रुपये के टेंडर निकाले जाते है। ऐसे में अगर विभाग 100 करोड़ रुपये का कोई टेंडर निकालता है तो सीधे एक फीसदी के हिसाब से एक करोड़ रुपये का कमिशन बनता है।
मान ने कहा कि यह मामला सिर्फ उनके ही ध्यान में लाया गया था। जिसे वह आसानी से दबा या टाल सकते थे। लेकिन पिछली सरकारों की तरह यह पता होते हुए कि कौन से मंत्री माफिया से जुड़े हुए है उन पर कार्रवाई नहीं करते हुए मामले को दबाया नहीं बल्कि मंत्री के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है।
सीएम ने कहा कि लोगों ने उनको भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए चुना था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साल 2015 में तब मिसाल कायम की, जब उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत अपने खाद्य एवं सप्लाई मंत्री को बरखास्त किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे पहले मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार को पनाह देते रहे और बाद में यह कहते रहे हैं कि उनको अपने मंत्रियों की तरफ से किए जा रहे भ्रष्टाचार के बारे पता था। उन्होंने कहा कि डा. सिंगला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है और अब कानून अपना काम करेगा।
विरोधी पक्ष पर तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि विरोधी भ्रष्टाचार बारे सरकार पर निशाने साधेंगे। लेकिन इस मामले में भ्रष्टाचार के खिलाफ खुद उन्होंने ही यह कदम उठाया है। विपक्ष को यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए।
विजय सिंगला की बर्खास्तगी की खबर आते ही पंजाब सचिवालय में सन्नाटा पसर गया। इसकी सूचना मिलते ही कई मंत्री सचिवालय से निकल गए। मंत्री और अधिकारी पूरे मामले का पता करने में जुट गए। पूरे मामले में सियासी दलों के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। विपक्ष ने पूरे मामले में आम सरकार पर ही निशाना साधा है।
डा. सिंगला पर कमिशन मांगे जाने के आरोप लगने के बाद जैसे ही उन्हें पद से हटाने का फरमान हुआ। उसके बाद पंजाब सिविल सचिवालय में उनके कमरे के बाहर से उनकी नेम प्लेट हटा दी गई। इसके साथ ही जहां उनके कमरे के बाहर लोगों की भीड़ रहती थी वहीं आज सन्नाटा पसरा हुआ था।
सिंगला पर कमिशन मांगे जाने के आरोप लगने के बाद सीएम के आदेशों पर पंजाब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के बाद मोहाली के एक थाने में रखा हुआ है।
इसके अलावा पुलिस ने उनके एक ओएसडी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। आरोप है कि इस ओएसडी के जरिए कमिशन की मांग की जाती थी।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे मान सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. विजय सिंगला मानसा से कांग्रेस के उम्मीदवार एक गायक सिद्धू मूसेवाला को 63 हजार से भी अधिक के वोटों के अंतर से हराकर विधानसभा पहुंचे थे। डा. विजय सिंगला को एक लाख 23 वोटें मिली थी।
दूसरे स्थान पर कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला को 36700 वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार को 27180 वोट मिले थे। ऐसे में पंजाब में सबसे ज्यादा 63 हजार 323 वोटों के अंतर से जीत कर वह विधायक बने थे। विधायक बनने के बाद सरकार के मंत्रिमंडल में उनको जगह दी गई थी।
विजय सिंगला को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद सिद्धू मूसेवाला ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी डाली है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाबा केहदां सी….देखी चल बालिया रंग करतार दे, आपे मर जांदे जेहड़े दूजेयां नूं मारदे। इसके साथ ही उन्होंने अपना गीत स्केपगोट को शेयर किया है। जिसके बोल हैं-जित्त गया कौन, हार दसो कौन, हुण मैंनू दसो ओये गद्दार लोको कौन।
भगवंत मान की तरफ से उठाए गए इस कदम की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रशंसा की है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कर कहा कि भगवंत जी मुझे आपके ऊपर मान है। आपके इस कदम के साथ मेरी आंखों में आंसू आ गए…आज पूरा देश आपके ऊपर गर्व महसूस कर रहा है। इसके साथ ही केजरीवाल ने भगवंत मान की वीडियो भी शेयर की है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार वेरका ने कहा कि हकीकत यह है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में कमीशन का झगड़ा पड़ा हुआ है। कहा कि कमीशन पंजाब के मंत्री ले या दिल्ली वाले इसको लेकर विवाद है। इसी विवाद में सिंगला की बलि ली गई है।
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