इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है और अभी पूरा फोकस लोगों को वहां से जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने पर है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अफगान संकट पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में यह बात कही। बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे। अफगानिस्तान के हालात और उस पर भारत का क्या स्टैंड है, इसकी जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि तालिबान दोहा में किए गए अपने वादे पर खरा नहीं उतरा है और फिलहाल, अफगानिस्तान की स्थिति अच्छी नहीं है। सूत्रों के अनुसार सरकार बैठक में कहा कि भारत फिलहाल देखो और इंतजार करो (वेट एंड वॉच) की स्थिति में हैै। एस जयशंकर ने बैठक में कहा कि भारत ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द लोगों को वहां से निकालने की कोशिश कर रहा है। भारत ने 15 अगस्त से अब तक अफगानिस्तान से 800 से अधिक लोगों को निकाला है। इनमें से ज्यादातर भारतीय नागरिक और अफगान सिख और हिंदू समुदाय के सदस्य हैं। सरकार ने बताया कि गुरुवार को भी 35 लोगों को काबुल से भारत लाया गया है। बैठक में जयशंकर के अलावा राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे। राजनीतिक दलों में राकांपा नेता शरद पवार, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टी आर बालू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल सहित कुछ अन्य मौजूद थे। यहां ध्यान देने वाली बात है कि तालिबान नेताओं और अमेरिका के बीच फरवरी 2020 में हुए दोहा समझौते में धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतंत्र को रेखांकित किया गया था । इसमें काबुल में एक ऐसी सरकार की बात कही गई थी जिसमें अफगानिस्तान के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो ।
काबुल एयरपोर्ट पर बड़े हमले की फिराक में तालिबान
लंदन। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हवाईअड्डे जमा भीड़ का फायदा उठाकर आतंकी वहां बड़ा हमला करने की फिराक में है। ब्रिटेन के खुफिया तंत्र ने यह जानकारी दी है। खतरे को भांपते हुए ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया ने अपने नागरिकों को काबुल हवाईअड्डे पर न जाने की सलाह दी है। ब्रिटिश आर्म्ड फोर्सेज मिनिस्टर जेम्स हेपी ने कहा, हमें आतंकी हमले की बहुत ज्यादा पुख्ता जानकारी मिली है और इसलिए विदेश मंत्रालय ने देर रात अपने नागरिकों से काबुल एयरपोर्ट पर इकट्ठा न होने की अपील की है। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाना चाहिए और अगले आदेश का इंतजार करना चाहिए। इसके बाद अमेरिका ने भी अपने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सुरक्षा खतरों के मद्देनजर अपने नागरिकों से कहा है, जो ऐबे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं वे तुरंत वहां से हट जाएं। आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिसे पायने ने भी कहा कि यह ट्रैवल एडवाइजरी ब्रिटेन और न्यूजीलैंड की संशोधित यात्रा सलाह के समान है।
अधुरे प्रोजेक्ट्स को पूरा कर सकता है भारत : तालिबान
काबुल। 20 साल बाद अफगानिस्तान में दोबारा वापसी करने वाले तालिबान ने भारत के लिए एक संदेश भेजा है जो काफी अहम है। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में तालिबानी प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने कहा, अगर भारत की परियोजनाएं अफगानिस्तान में अधूरी हैं तो वे इसे पूरा कर सकते हैं।उसने कहा, हम जिस चीज का विरोध कर रहे हैं, वह यह है कि भारत गनी सरकार का पक्ष लेता रहा है। हम पिछले 20 साल से यही चाहते हैं कि भारत समेत सभी देशों का संबंध अफगानिस्तान के लोगों से हो और उन्हें अफगानिस्तान के लोगों की मंशा को भी स्वीकार करना चाहिए। यही हमारी बात और हमारी स्थिति थी और हमने हमेशा कहा है कि किसी को भी उस कठपुतली सरकार (गनी सरकार) का पक्ष नहीं लेना चाहिए। उन्हें अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन करना चाहिए। इसके अलावा तालिबान सरकार बनाने की कोशिशों में जुटा है और उसने इसके लिए अंतराष्ट्रीय समुदाय से आर्थिक मदद की अपील की है।
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