एकता का किया पूरा 1 साल, 27 सितंबर को भारत बंद की तैयारियां जोरों पर
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
Punjab के 32 किसान जत्थेबदियों की तरफ से राज्य भर में जारी पक्के धरनों में जत्थेबदियों की एकता की वर्षगांठ मनाई गई। सयुंक्त किसान मोर्चो के लीडर जगमोहन सिंह पटियाला और हरमीत सिंह कादियां ने कहा कि पिछले 19 सितंबर को मोगा में हुई मीटिंग में पंजाब की 32 जत्थेबदियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ एकत्रित होकर संर्घष करने का फैसला किया था। इस एकता के कारण ही व्यापक और विशाल आंदोलन खड़ा हो सका। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ जारी पक्के किसान को पक्के धरने 354वें दिन भी पूरे जोश और उत्साह के साथ जारी है।
किसान नेताओं ने 27 सितंबर को शांतमय भारत बंद केन्द्र सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर देगा। 600 किसानों की शहादत के बाद भी प्रधान मंत्री लगातार कानूनों के लाभ गिना रहे है, जिससे स्पष्ट है कि यह सरकार कापोर्रेट घरानों के हित में पूरी तरह से काम कर रही है, लेकिन पंजाब से शुरू हुआ यह आंदोलन देश के कोने-कोने तक फैल चुका है। सरकार को हर हाल में यह कानून वापस लेने पड़ेंगे।
Also Read : Punjab Cabinet में आम लोगों को राहत देने पर मंथन
किसान विरोधी फैसले लेने बंद करे केंद्र
किसानों ने कहा कि तीनों कृषि कानून, पराली आॅर्डिनेंस व बिजली संशोधन बिल-2020 तुरंत बंद किया जाए। किसानों के काफिले आज भी पंजाब से लगातार सिंघू व टिकरी मोर्चे पर जा रहे है। रोपड, मानसा, बरनाला, श्री अमृतसर साहिब, लुधियाना, संगरूर, पटियाला, बठिंडा, मोगा, गुरदासपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, मोगा, नवांशहर, मोहाली जिलो समेत अलग अलग स्थानों पर किसानों के दर्जना जत्थे आज रवाना हुए।