इंडिया न्यूज, Chandigarh News: पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष (Former President of Punjab Congress) सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने कांग्रेस छोड़ दी। पार्टी नेतृत्व पर उन्होंने कई सवाल उठाए हैं। कुछ समय पहले सभी पदों से हटाए गए जाखड़ ने अंबिका सोनी का नाम लेते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। राजस्थान के उदयपुर में चल रहे पार्टी के चिंतन शिविर के बीच सुनील जाखड़ ने आज फेसबुक पर लाइव पार्टी छोड़ने का ऐलान किया।
सुनील जाखड़ ने बताया, मैं पार्टी में कोई पद नहीं रखता । मेरी एक विचारधारा है और मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते, क्या उन्हें नहीं पता कि मैं पार्टी में कोई पद नहीं रखता? फिर मुझे कारण बताओ क्यों नोटिस दिया जा रहा है? पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल और अंबिका सोनी से भी सवाल पूछे।
सुनील जाखड़ ने कहा, तारिक अनवर ने मुझे कारण बताओ नोटिस दिया। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने पार्टी और सोनिया गांधी पर कई आरोप लगाकर कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने अंबिका सोनी पर भी निशाना साधा और पूछा कि वह उनके खिलाफ समिति का हिस्सा कैसे हो सकती हैं जबकि उन्होंने ही उनके खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “1970 में अंबिका सोनी कहां थीं, जब कांग्रेस को अपने सदस्यों की सबसे ज्यादा जरूरत थी? वह अपनी जिम्मेदारियों से भाग गईं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अंबिका सोनी ने कथित तौर पर चेतावनी दी थी कि अगर जाखड़ को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया तो पंजाब में आग लग जाएगी। 11 अप्रैल को, कांग्रेस नेताओं केवी थॉमस और सुनील जाखड़ को पार्टी अनुशासन भंग करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था।
हालांकि जाखड़ ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। नोटिस पर जाखड़ ने कहा था कि वह कांग्रेस के गुलाम नहीं बल्कि अनुशासित कार्यकर्ता हैं। यह बताते हुए कि उनका कांग्रेस पार्टी के साथ 50 साल पुराना रिश्ता है, जाखड़ ने कहा, वर्षों से, मैंने कांग्रेस पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में काम किया है।
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