सरकार चार माह की हो या चार दिन की काम करने के लिए पर्याप्त समय : रंधावा
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
मैराथन मंथन, विधायकों से फीडबैक, हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार पंजाब के नए सीएम का कांग्रेस ने फैसला कर लिया। रविवार को चंडीगढ़ में हरीश रावत, अजय माकन और हरीश चौधरी ने केंद्रीय हाईकमान का फैसला सुनाते हुए सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम दिल्ली भेज दिया। जिससे शनिवार शाम से चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया। इसके साथ ही सुखजिंदर सिंह रंधावा का सीएम बनना लगभग तय है। उधर रंधावा ने कहा कि सरकार चाहे 4 महीने की हो या 4 दिन की, काम करने वाले के लिए ये समय पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने काम नहीं करना है तो उसके लिए 4 साल भी कम हैं।
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कांग्रेस आलाकमान पंजाब में वन प्लस 2 के फार्मूले का उपयोग करेगी। मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। इसमें एक दलित और दूसरा हिंदू होगा। दलित कोटे से अरुणा चौधरी और चरणजीत सिंह चन्नी और हिंदू चेहरे के लिए विजय इंदर सिंगला और भारत भूषण आशु का नाम चल रहा है।
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प्रदेश में कुछ नेताओं ने सिख नेता को नया सीएम बनाने पर भी जोर दिया है। सुखजिंदर सिंह रंधावा सिख नेता है इसके अतिरिक्त उनका कांग्रेस के साथ पुराना नाता है। उनके पिता संतोख सिंह रंधावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए कांग्रेस के आब्जर्वर अजय माकन, हरीश चौधरी और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत नए सिरे से विधायकों का फीडबैक ले रहे थे। उनसे पूछा जा रहा था कि वे किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं? इसी बीच कांग्रेस विधायक परमिंदर पिंकी ने कहा कि पंजाब सिख स्टेट है, इसलिए यहां किसी सिख चेहरे को ही पीएम बनाया जाना चाहिए। इसके बाद आब्जर्वर की टीम ने सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम केंद्रीय हाईकमान को भेज दिया।
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