India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: रामगंजमंडी से सुकेत के बीच स्टेट हाईवे 9बी का नव निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन इस सड़क पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए जाने से दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बता दें, बीते एक महीने में इस मार्ग पर सात सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई है।
महाकुंभ भगदड़ का शिकार हुए कई मृतकों की पहचान, बलिया और नगरा के रहने वाले थे सभी
तेज रफ्तार और भारी वाहनों से बढ़ रहा हादसों का खतरा
ऐसे में, केंद्रीय सड़क निधि योजना के तहत छह महीने पहले बनी 6.5 किलोमीटर लंबी यह फोरलेन सड़क सुकेत से रामगंजमंडी पारसा माता चौराहे तक जाती है। इस मार्ग का करीब 2 किलोमीटर हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र और 2 किलोमीटर सातलखेड़ी व खान सातलखेड़ी की आबादी से होकर गुजरता है। ऐसे में, भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण यह क्षेत्र दुर्घटनाओं का हॉटस्पॉट बन गया है।
पिछले एक महीने में 7 हादसे, 3 की मौत
– 28 दिसंबर: बाइक और जीप के बीच भिड़ंत, बाइक सवार की मौत।
– 3 जनवरी: रात के समय अज्ञात वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति की मौत।
– 13 जनवरी: कोटा स्टोन कांटे के सामने **बाइक और कार की टक्कर में जीजा-साली गंभीर रूप से घायल* हुए, जिनका इलाज झालावाड़ अस्पताल में जारी है।
– मंगलवार देर रात: एक और बाइक सवार दुर्घटना का शिकार हुआ।
ग्राम पंचायत की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं
बताया गया है कि, ऐसे में, सातलखेड़ी के सरपंच प्रतिनिधि मुकेश गोठवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत ने कई बार पीडब्ल्यूडी विभाग को स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर लिखित शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। दूसरी तरफ, स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए, तो सड़क पर हादसों का सिलसिला जारी रहेगा। लोगों ने प्रशासन से अविलंब कार्रवाई की मांग की है ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।
महाकुंभ भगदड़ का शिकार हुए कई मृतकों की पहचान, बलिया और नगरा के रहने वाले थे सभी