India News (इंडिया न्यूज) Ashok Gehlot: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक द्वेष के चलते कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी को निशाना बना रही है।
गहलोत ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ जानबूझकर ईडी केस दर्ज किया गया, जिसका कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस द्वारा 90 साल पहले शुरू किए गए नेशनल हेराल्ड अखबार को फिर से शुरू करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन भाजपा को इससे दिक्कत है, क्योंकि यह अखबार धर्मनिरपेक्षता और सभी धर्मों के लिए समान सम्मान की बात करता है।”
गहलोत ने स्पष्ट किया कि नेशनल हेराल्ड को चलाने के लिए बनाई गई नई कंपनी एक गैर-लाभकारी संगठन के तहत पंजीकृत है, फिर भी भाजपा नेता और एजेंसियां इस पर सवाल उठा रही हैं। उन्होंने कहा, “झूठे मामले बनाए जा रहे हैं, जबकि एक भी रुपये का लेन-देन नहीं हुआ है। ऐसे में सवाल उठता है कि ईडी और सीबीआई क्यों घुसी? इससे साफ है कि भाजपा घबराई हुई है।” उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार की कोशिश कांग्रेस की आवाज दबाने की है, हालाँकि हम पीछे नहीं हटेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर पर राहुल गांधी द्वारा सवाल उठाए जाने पर गहलोत ने कहा कि विपक्ष का कर्तव्य है कि वह जनता की ओर से सवाल पूछे। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने जब सवाल पूछा तो उन्हें दुख हुआ, लेकिन सवाल वही है जो जनता के मन में है। अगर विपक्ष सवाल नहीं पूछेगा तो लोकतंत्र का क्या मतलब रह जाएगा? लोकतंत्र में विपक्ष का यही काम है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता के सवाल उठाना विपक्ष का कर्तव्य है और अगर राहुल गांधी चुप रहते तो जनता उनसे सवाल करती।
गहलोत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक पुराने बयान पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच का है, इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “इसमें हस्तक्षेप करने वाले ट्रंप साहब कौन होते हैं? वे बिना पूछे घुस आए हैं और अब पंचायत करने की बात कर रहे हैं। यह खतरनाक खेल अमेरिका में खेला जा रहा है, जहां भारत और पाकिस्तान को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है। आने वाले समय में यह हस्तक्षेप और बढ़ सकता है, जो देश की संप्रभुता के लिए खतरा है।”