India News(इंडिया न्यूज),Balmukund Acharya Video: तिरंगे का वीडियो वायरल होने के बाद हवा महल से बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने सफाई दी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज से पसीना पोंछने के वीडियो पर कहा कि वह राष्ट्रीय ध्वज नहीं बल्कि सफेद और हरे रंग का रूमाल था। किसी ने मुझे रास्ते में दिया था। मैंने पसीना नहीं पोंछा बल्कि माथे से लगाकर प्रणाम किया।
बालमुकुंद आचार्य ने कहा, “मैंने तुरंत अपने साथी को दिया और उससे रूमाल लेकर पसीना पोंछा। कुछ लोग इसे लेकर साजिश कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है।”
तिरंगा यात्रा में एक हाथ में गदा लेकर चलने पर उन्होंने कहा, “यह गदा मुझे यात्रा के दौरान ही किसी ने उपहार में दी थी। मैं ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना द्वारा दिखाए गए शौर्य और पराक्रम को दिखाने के लिए हाथ में गदा पकड़े हुए था।” मध्य प्रदेश के मंत्री के बयान पर क्या बोले?
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर उन्होंने कहा, “मैं पूरी सेना को सलाम करता हूं। पूरे देश को सेना के हर जवान पर गर्व है।”
राजस्थान कांग्रेस नेता दिव्या मदेरणा ने बालमुकुंद आचार्य पर निशाना साधते हुए कहा, “यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है कि जयपुर की हवा महल सीट से भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इस तरह तिरंगे का अपमान किया।”
जयपुर की हवा महल सीट से BJP विधायक बालमुकुंद आचार्य के द्वारा तिरंगे का इस तरह से अपमान करना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।
जिस तिरंगे के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया, जिस झंडे को देखकर हर भारतीय का सिर गर्व से ऊँचा होता है उसे वह अपने मुंह पोंछने के लिए इस्तेमाल… pic.twitter.com/RWomgzw7DO
— Divya Mahipal Maderna (@DivyaMaderna) May 15, 2025
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तिरंगे के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान कुर्बान की, जिस झंडे पर हर भारतीय को गर्व है, वह उसका इस्तेमाल मुंह पोंछने के लिए कर रहे हैं। क्या सत्ता में होने से देश की आन-बान-शान से खेलने की इजाजत मिल जाती है? यह सिर्फ राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान नहीं है, बल्कि पूरे देश की भावनाओं का अपमान है। भाजपा को इस अभद्र कृत्य के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए और ऐसे विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। तिरंगा सिर्फ झंडा नहीं है, यह हमारी आत्मा है। इसका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।