India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Bharatpur News: डीग जिले में स्थित श्याम ढाक गौशाला में चारा, पानी, चिकित्सा व देखभाल के अभाव में गायें मर रही हैं। मृत गायों के शव इतने बुरे हाल में हैं कि कुत्ते उन्हें नोच रहे हैं। हाल ही में हुई मानसूनी बारिश के कारण गौशाला संचालक की लापरवाही के कारण गौशाला की जमीन दलदली हो गई है और मवेशियों के पैर कीचड़ में फंस रहे हैं, जिससे कमजोर मवेशियों की मौत हो रही है। मृत गायों के शवों को दफनाने की बजाय गौशाला में ही छोड़ दिया जाता है।
जब गौशाला से दुर्गंध आई तो पता चला कि मृत गायों के शव कंकाल के रूप में पड़े हुए हैं। पिछले कई दिनों से ग्रामीणों को गौशाला से दुर्गंध आ रही थी। जब वे मौके पर गए तो गौशाला में कई गायें मृत पड़ी थीं और कुत्ते उन्हें नोच रहे थे। वहीं कुछ गायें दलदल में फंसी हुई थीं। जिसेक बाद तुरंत गांव वालों ने दलदल में फंसी घायल गायों को इलाज के लिए हॉस्पीटल पहुंचाया। हालांकि अभी तक जिला प्रशासन को जानकारी देने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
नहीं दिया चारा-पानी बरौली चौथ गांव निवासी रामवीर सिंह ने बताया कि गांव में श्याम ढाक गोशाला है। इसके अंदर से कई दिनों से दुर्गंध आ रही थी। ग्रामीणों ने गोशाला के अंदर जाकर देखा तो गोशाला में कई गायें मृत पड़ी थीं और कुत्ते उन्हें नोच रहे थे। मानसून की बारिश के कारण दलदली भूमि होने के कारण एक दर्जन से अधिक गायें इसमें फंसी हुई थीं। साफ दिख रहा था कि गायें पानी, चिकित्सा और देखभाल के अभाव में मर रही हैं।
गोशाला में 1500 गायें, देखभाल में लापरवाही ग्रामीणों ने बताया कि यह गोशाला पंजीकृत नहीं है और वन विभाग की भूमि पर संचालित है। इस गोशाला के संचालन की जिम्मेदारी वृंदावन निवासी रामदास महाराज को दी गई है। इस गोशाला में करीब 1500 गायें हैं। इनकी देखभाल के लिए गोशाला संचालक ने दो कर्मचारी रखे हैं। गोशाला संचालक रामदास महाराज कभी-कभार ही आते हैं। इस गौशाला में गायों के लिए चारा भी सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा उपलब्ध कराया जाता है।
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