• केंद्रीय खुफिया एजेंसी की सूचना 15 बटालियनों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
राजस्थान और महाराष्ट्र में हिंसा होने की आशंका जताई गई है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) तैनात करने का निर्णय लिया गया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी की सूचना के बाद आरएएफ के लगभग 20 हजार जवानों को दोनों राज्यों के लिए एयरलिफ्ट करने के निर्देश दे दिए गए हैं। 20 हजार जवान यानी 15 बटालियनों की तैनाती का राजस्थान वमहाराष्ट्र में निर्देश दिया गया है। किसी भी शॉर्ट नोटिस पर इन जवानों को सड़क अथवा हवाई मार्ग से विशेष ड्यूटी पर भेजा जा सकता है।

पर्याप्त संख्या में गोला बारूद और हथियार रखने निर्देश

सूत्रों के अनुसार दंगों की आशंका के बीच आरएएफ के जवानों को महाराष्टÑ व राजस्थान भेजने के कल निर्देश दिए गए। उन्हें पर्याप्त संख्या में गोला बारूद और हथियार रखने को कहा गया है। इसी के साथ बटालियनें, आधुनिक दंगा रोधी उपकरणों से लैस होंगी। अधिकारियों ने कहा है कि सभी वाहन ठीक अवस्था में होने चाहिए। ईधन से सभी गाड़ियां फुल हों। कंपनी कमांडर व कमांडेंट को हिदायत दी गई है कि किसी बटालियन में जवानों की संख्या कम न रहे।

जानिए क्यों है महाराष्ट्र में स्थिति बेकाबू होने की आशंका

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पिछले कई दिन से राजनीतिक संकट चल रहा है। शिवसेना के बागियों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है। उधर शिवसेना की ओर से बागी विधायकों को कथित तौर पर धमकियां दी जा रही हैं, जिससे कई विधायकों को सीआरपीएफ सुरक्षा दी गई है। केंद्रीय एजेंसियों बागी विधायकों के मुंबई पहुंचने पर वहां तोड़फोड़ होने की आशंका है। कल फ्लोर टेस्ट है और कल शिवसेना के बागी विधायक मुबई पहुंच रहे हैं।

राजस्थान में हिंसा की आशंका का यह है कारण

राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद तनाव का माहौल है। जांच के लिए राज्य की गहलोत सरकार ने जहां एसआईटी का गठन किया है, वहीं एनआईए भी उदयपुर पहुंच गई है। एनआईए आरोपियों से पूछताछ के बाद जांच का जिम्मा अपने हाथ में ले सकती है। हत्या के बाद पूरे उदयपुर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।

सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। समूचे राजस्थान में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। एक महीने तक धारा 144 लागू कर दी गई है। इसलिए आरएएफ को तैनात रखने के निर्देश दिए गए हैं। कल समुदाय विशेष के दो लोगों ने कन्हैयालाल की धारदार हथियार से दुकान पर ही इसलिए हत्या कर दी थी, क्योंकि उसने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी।

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