India News (इंडिया न्यूज),Chaitra Navratri 2025: राजस्थान के उदयपुर के पास बंबोरा गांव में स्थित ईडाना माता मंदिर रहस्य और आस्था का अनोखा संगम है। यह मंदिर अपनी अद्भुत घटनाओं के कारण भक्तों के बीच विशेष स्थान रखता है। मान्यता है कि इस मंदिर में देवी मां स्वयं अग्नि स्नान करती हैं, जिसके कारण यहां अचानक आग भड़क उठती है और मंदिर में रखा सारा सामान जलकर राख हो जाता है, लेकिन देवी की प्रतिमा को कोई क्षति नहीं पहुंचती। इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पहुंचते हैं, खासकर नवरात्रि के दौरान, जब मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता है।
अग्नि का रहस्य, जिसे विज्ञान भी नहीं सुलझा सका
ईडाना माता मंदिर के अग्नि चमत्कार का रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया। यहां आग अपने आप जलती है और कुछ समय बाद अपने आप बुझ भी जाती है। यह आग इतनी प्रचंड होती है कि इसकी लपटें 20 से 25 फीट तक उठती हैं, लेकिन इसके बावजूद देवी की प्रतिमा पर कोई असर नहीं होता। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इस घटना की कोई ठोस व्याख्या नहीं की जा सकी है, जिससे इसे देवी का चमत्कार माना जाता है।
भक्तों की आस्था: लकवे के रोगी भी होते हैं स्वस्थ
इस मंदिर से जुड़ी एक और मान्यता यह है कि जो भी लकवे का मरीज यहां आकर माता के दर्शन करता है, उसकी बीमारी ठीक हो जाती है। कई भक्तों ने यह दावा किया है कि माता के आशीर्वाद से उनकी गंभीर बीमारियां दूर हुई हैं। बीमारी ठीक होने के बाद श्रद्धालु यहां त्रिशूल और चुनरी चढ़ाकर मां का आभार व्यक्त करते हैं।
नवरात्रि में भक्तों का विशाल समागम
चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अवसर पर ईडाना माता मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं, जिसमें हजारों भक्त शामिल होते हैं। इस दौरान अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाती है और देवी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। माता के अग्नि स्नान के बाद प्रतिमा का भव्य श्रृंगार किया जाता है, जिसे देखने के लिए भक्त उमड़ पड़ते हैं। मंदिर परिसर में एक विशाल भोजनशाला भी है, जहां रोज हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं। आस्था और चमत्कार का यह संगम हर भक्त के मन में देवी के प्रति अटूट विश्वास पैदा करता है। ईडाना माता मंदिर में दर्शन करने के बाद भक्तों का यह मानना है कि उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। अग्नि का यह रहस्य चाहे जो भी हो, लेकिन भक्तों के लिए यह स्थान उनकी श्रद्धा और भक्ति का केंद्र बना हुआ है।