India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Chauth Mata Temple: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा कस्बे में स्थित चौथ माता का मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां मां अम्बे की पूजा होती है, और भक्तों में मां के प्रति अपार आस्था है। हर साल, विशेष रूप से हिंदी महीनों की चौथ और करवा चौथ पर, हजारों श्रद्धालु यहां आकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
एक हजार फीट की ऊंचाई पर है ये मंदिर
मंदिर करीब एक हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है, और यहां आने वाले भक्त मानते हैं कि चौथ माता उनके पति की रक्षा करती हैं। सुहागिन महिलाएं यहां अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं, विशेषकर करवा चौथ पर, जब वे व्रत रखती हैं और माता की पूजा करती हैं।
इस मंदिर से करोड़ों लोगों की आस्था
मंदिर की स्थापना 1451 में तत्कालीन शासक भीम सिंह ने की थी। इसके बाद, 16वीं शताब्दी में यह मंदिर राठौड़ वंश के अधीन आया, जिनकी भी माता में गहरी आस्था थी। कहा जाता है कि राठौड़ वंश के शासक तेज सिंह राठौड़ ने भी मंदिर में योगदान दिया।
बूंदी राजघराने की कुल देवी को मानते है माता
चौथ माता को बूंदी राजघराने की कुल देवी माना जाता है, और उनका नाम कोटा में चौथ माता बाजार में भी है। एक प्रसिद्ध किंवदंती के अनुसार, जब एक महिला ने अपने पति के लिए जीवनदान मांगा, तो माता ने उसकी प्रार्थना स्वीकार कर पति को जीवित कर दिया। तब से, महिलाएं माता के नाम पर चौथ माता का व्रत रखती हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह राजस्थान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भी प्रतीक है।