होम / माफी मांग कर गहलोत ने कद ऊंचा किया

माफी मांग कर गहलोत ने कद ऊंचा किया

Sameer Saini • LAST UPDATED : September 30, 2022, 2:05 pm IST
HTML tutorial
माफी मांग कर गहलोत ने कद ऊंचा किया

CM Ashok Gehlot Apologized to Congress President Sonia Gandhi

अजीत मैंदोला, नई दिल्ली: राजस्थान के मुखयमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांग दूसरे नेताओं के लिए बड़ा उदाहरण पेश किया। राजनीति के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी नेता ने किसी मामले को अपने ऊपर ले माफी मांगी हो। साथ ही उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से इंकार कर कई दिनों से बने सस्पेंस को भी खत्म किया। दूसरा मुख्य्मंत्री पद को लेकर भी उन्होंने साफ कर दिया कि इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।

इस वजह से गरमाई राजनीति

एक तरह से जिस पद को लेकर राजस्थान की राजनीति गरमाई उन्होंने उस पर भी बड़ा दिल दिखाया। अब कांग्रेस अध्यक्ष एक दो दिन में स्थिति साफ करेंगी। गहलोत का अध्यक्ष पद से चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद अब शुक्रवार को ही तय होगा कि पार्टी किस के नाम पर मोहर लगाती है। क्या सोनिया गांधी फिर से पर्चा दाखिल करेंगी। हालांकी चुनाव लड़ने की घोषणा दिग्वजय सिंह और शशि थरूर ने भी की है।लेकिन नामंकन के अंतिम दिन ही साफ होगा कि असल ऐसा क्या होने जा रहा है।

पायलट का क्‍यों हो रहा विरोध

गहलोत गांधी परिवार की पहली पंसद थे। उन्होंने कहा भी था कि वह चुनाव लड़ेंगे। लेकिन गत रविवार को राजस्थान कांग्रेस के इतिहास में ऐसी घटना हुई जिसके बाद उन्होंने अपनी तरफ से पर्चा भरने से इंकार कर दिया। लेकिन पार्टी की तरफ से उनको लेकर अभी कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मतलब पार्टी अगर चाहेगी तो उनको पर्चा भरने के लिए कह सकती है।

लेकिन असल मामला राजस्थान का है। राजस्थान के विधायकों के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। रविवार को 90 से अधिक विधायकों ने आलाकमान के एक लाइन के प्रस्ताव का खुल कर विरोध कर नया इतिहास रचा। इन विधायकों को आशंका थी कि आलाकमान दो साल पहले सरकार गिराने की कोशिश कर चुके सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने जा रही है। इसलिए इन विधायकों ने आलाकमान के फैसले का विरोध किया और अभी भी विरोध कर रहे हैं।

राजस्थान का फैसला आसान नहीं

किसी राजनीतिक दल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि आलाकमान के फैसले का इस तरह विरोध किया गया। कई विधायक अभी भी यही दोहरा रहे है कि सरकार गिराने वालो में से किसी को मुख्यमंत्री बनाया गया तो वह मध्यावधि चुनाव में जाने को तैयार हैं। ऐसे में आलाकमान के लिए राजस्थान का फैसला बहुत आसान नहीं रह गया। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज कहा है कि एक दो दिन में राजस्थान को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। अब यही देखना होगा कि राजस्थान को लेकर सोनिया गांधी क्या फैसला करती है।

ये भी पढ़ें : दिल्ली, पंजाब व चंड़ीगढ़ से मानसून की वापसी, 10 राज्यों में अब भी येलो अलर्ट

ये भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एक आतंकी ढेर, शोपियां में एनकाउंटर समाप्त

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

HTML tutorial
ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT