Hindi News / Rajasthan / Creamy Texture Once You Taste It It Will Be Difficult To Forget It The Aroma Of Gulkand Makes It Special

मलाईदार टेक्सचर..एक बार चख लिया तो भूलना हो जाएगा मुश्किल , गुलकंद की खुशबू बनाती है खास

Ajmer: पुष्कर में मिलने वाली लस्सी का स्वाद बेहद ही अलग होता है। इसे आपने एक बार चख लिया,तो आप हमेशा के लिए भूल नहीं पाएंगे।

BY: Prakhar Tiwari • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज),Ajmer: राजस्थान का पुष्कर सिर्फ ब्रह्मा मंदिर और पुष्कर मेले के लिए ही नहीं, बल्कि अपने खास खानपान के लिए भी लोकप्रिय है। यहां पर बनाई जाने वाली गुलकंद लस्सी का एक अलग ही स्वाद है। इसे खासतौर पर मिट्टी के कुल्हड़ में परोसा जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। इसे आपने एक बार चख लिया तो भूलना मुश्किल हो जाएगा। इसकी मिठास,गुलाब के फूलों की खुशबू इसे और भी शानदार बना देती है।

दूर-दूर से लोग पुष्कर आते हैं

आपको बता दें कि पुष्कर के वराह घाट के बाहर लस्सी की स्टॉल लगाने वाले संजय ने कहा, कि पुष्कर की गुलकंद लस्सी न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। इसकी अनोखी मिठास, मलाईदार टेक्सचर और गुलकंद की खुशबू इसे बेहद खास बनाती है। इस लस्सी का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से लोग पुष्कर आते हैं।

9 लोगों को रौंदने वाले उस्मान खान की बढ़ी मुश्किलें, कांग्रेस ने दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता, फांसी देने की भी उठी मांग

Ajmer,मलाईदार टेक्सचर

आंखों की रोशनी तेज होती है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संजय ने बताया कि पुष्कर का गुलाब दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां पर बनाई जाने वाली लस्सी में जो गुलकंद मिलाया जाता है वह पुष्कर के गुलाब के फूलों से तैयार किया जाता है। यहां का शुष्क और गर्म मौसम गुलाब के फूलों की खुशबू को और भी अधिक बढ़ा देता है। इस वजह से यहां का गुलकंद अधिक खुशबूदार और गुणकारी होता है। उन्होंने आगे कहा कि गुलकंद खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है। मिठाइयों और आयुर्वेदिक औषधियों में भी गुलकंद का प्रयोग किया जाता है।

शुरुआत 70 रुपए प्रति ग्लास

दुकानदार ने आगे कहा कि उनकी दुकान पर गुलकंद लस्सी के अलावा केसर पिस्ता लस्सी, मैंगो लस्सी, मावा लस्सी , खड़ी लस्सी ,मसाला लस्सी व कई फ्लेवर वाली लस्सी मिलती है। जिसकी शुरुआत 70 रुपए प्रति ग्लास से हो जाती है। रोजाना उनकी दुकान से 100 से 120 लस्सी के ग्लासों की खपत हो जाती है।

पोटाश का खजाना, राजस्थान को पूरी दुनिया में मिलेगी नई पहचान , यहां जानें क्या होता है पोटाश?

Tags:

RajasthanRajasthan News
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue