India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan:आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय की एक तस्वीर उस वक्त देखने को मिली, जब आईजी विकास कुमार की एक के बाद एक अपराधियों को पकड़ने की तकनीक ने इन अपराधियों को इतना भयभीत कर दिया है कि अपराधी अब आईपीएस की ट्रांसफर लिस्ट चैक करते रहते हैं। ऐसा ही एक मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब 2 देश और 6 राज्यों में तस्करी का नेटवर्क चला रहे 1 लाख के इनामी को जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने पकड़ा।
आपको बता दें कि आरोपी फ्लैट की तीसरी मंजिल पर अपनी गर्लफ्रेंड के यहां छिपा था, पुलिस को देखते ही बचने के लिए खेतों में भाग निकला। ऐसे में,उसे पकड़ने के लिए पुलिस को 20 फीट की दीवार कूदनी पड़ी।आरोपी राजस्थान में अपना धंधा बढ़ाने के लिए आईपीएस की ट्रांसफर लिस्ट चेक करता रहता था। उसे डर था कि साइक्लोनर टीम उसे पकड़ लेगी। ऐसे में तेज तर्रार आईजी विकास कुमार का खौफ अपराधियों में देखने को मिल रहा है।
Rajasthan ,पुलिस ने खंगाला फोन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रेंज आईजी विकास कुमार की मानें, तो जालोर के सायला क्षेत्र निवासी हनुमान उर्फ हरिया उर्फ बालाजी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसके साथी जालाराम को भी पकड़ा है। पिछले 2 साल से पकड़ी जा रही नशे की खेप में बार-बार हनुमान का नाम आ रहा था। ऐसे में, इसके पीछे टीम लगाई, तो चौंकाने वाली जानकारी सामने निकलकर आई। हनुमान के भारत और नेपाल के अलावा 6 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, यूपी, बिहार और झारखंड में मुख्य ठिकानों के होने की जानकारी मिली थी। हनुमान को पकड़ने की कार्रवाई रातभर चली,इसे रविवार सुबह 4 बजे खेतों में भागते हुए पकड़ा।
रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि इसके बाद करीब साढ़े 3 महीने पहले हनुमान का इनपुट मिलना शुरू हुआ था। जानकारी थी कि ये अपने पास फोन नहीं रखता है। आरोपी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन कंटकमोचन चलाया गया। ऑपरेशन का नाम कंटक मोचन इसलिए दिया गया, क्योंकि हनुमानजी को संकटमोचन कहते हैं और आरोपी हनुमान नाम होने के बावजूद समाज के लिए समाज कंटक बना हुआ था।