India News RJ (इंडिया न्यूज़), Dausa News:   प्रदेश में उदयपुर के बाद अब पैंथर के उभरते किले से दूर दौसा जिले के कोलवा क्षेत्र के कालोता गांव में शहीद स्मारक बना है। देर रात कालोता के आसपास के ग्रामीण हाथों में लाठियां और हथियारों के टुकड़े लेकर अपने स्तर पर पैंथर की तलाश में निकल पड़े। गुस्साए वनवासियों ने प्रशासन और वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।

जानकारी के मुताबिक

यहां के लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, पैंथर अब तक 2 गाय, 2 कुत्ते और एक भेड़ को अपना निशाना बना चुका है। लोगों ने वन विभाग पर आरोप लगाए है कि, यहां पर पैंथर का आतंक है और इन्हें फर्क नहीं है। विभाग ने पैंथर की मूर्ति बनाने के लिए खाली पिंजरा लगा रखा है, विभाग के पास पैंथर के लिए कोई फूड नहीं है।

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वन विभाग पर लगाए आरोप

अगर पैंथर नहीं पकड़ा गया तो संभव है कि कोई जानवर भी न रखा हो, पैंथर को किसी जानवर के पिंजरे में कैद नहीं किया जा सकता। इस मामले को लेकर लेटेस्ट ने पैंथर का स्क्रीनशॉट लाइक किया है। लोगों का कहना है कि अगर पैंथर की इज्जत नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। वन विभाग के कर्मचारियों ने खाली पिंजरा लगाकर पैंथर को पकड़ने का काम तेजी से किया है, लेकिन पैंथर की बढ़ती संख्या से दहशत और भय का माहौल बना हुआ है।

दौसा डीएफओ अजीत उचोई ने जयपुर से दर्ज सूची की पुष्टि करते हुए बताया कि दौसा के कुण्डल वन रेंज क्षेत्र में पैंथर का भ्रमण है। उसे अन्यत्र ले जाने के लिए वन विभाग के राकेट का चयन किया गया है। पैंथर की झलक पाने के लिए कैमरा ट्रैक के निर्देश दिए गए हैं। पिंजरे का उपयोग किया गया है। पैंथर के वामपंथ को लेकर कैमरे में कैद ट्रैक में जयपुर से वामपंथियों के आने का जिक्र है।

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