इंडिया नेवा, मलारना डूंगर:
Funeral Procession through Deep Water: राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले की पंचायत समिति मलारना डूंगर की नव सृजित ग्राम पंचायत डिडवाड़ा में अंतिम यात्रा भी कष्टदायक हो रही है। शव यात्रा को श्मशान तक पहुंचने के लिए गहरे पानी से गुजरना पड़ रहा है। मानो सरकारी संवेदनाये भी मर चुकी है। लोग इन्ही मरी हुई सरकारी संवेदनाओं की अंतिम यात्रा निकाल रहे है।
यहां के वाशिंदे डिडवाड़ा को ग्राम पंचायत का दर्जा मिलने से पहले से श्मशान के इस रास्ते पर पुलिया निर्माण की मांग कर रहे है, लेकिन हर बार कभी प्रशाशनिक उदासीनता तो कभी राजनीतिक उपेक्षा के चलते पुलिया निर्माण नहीं हो सका। गुरुवार को भी स्थानीय निवासी देवकरण गुर्जर की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट तक शव यात्रा लेकर गए तो बीच रास्ते मे भरा पानी आड़े आ गया। नाली में ढाई से तीन फीट तक पानी भरा है। ग्रामीणों को मजबूरन इसी रास्ते से पानी मे होकर शव ले जाना पड़ा।
डिडवाड़ा गांव को ग्राम पंचायत का दर्जा मिला तो ग्रामीणों को उम्मीद जागी की उनकी समस्याओं का समाधान भी होगा, लेकिन ग्राम पंचायत की पहली सरपंच लछमा देवी ने बजट का अभाव बताते हुए गांव की महत्वपूर्ण समस्या का समाधान करने की बजाय अपने हाथ खींच लिए। ग्रामीणों की माने तो डिडवाड़ा से बहतेड़ तक ग्रेवल सड़क बनी है। इसी रास्ते पर डिडवाड़ा के श्मशान भी है। बीच मे एक नाला है। इस नाले को स्थानीय लोग बेत के नाम से जानते है। यह बरसात के दिनों में ओवरफ्लो चलता है। वर्तमान में मोरेल बांध की हर का व्यर्थ पानी भी इसी नाले से बह रहा है। शुक्रवार को शव यात्रा निकाली तो काफी परेशानी हुई।
उक्त स्थान पर ग्रामीण पुलिया निर्माण की मांग कर रहे है। यदि यहां पुलिया बनादी जाए तो लोग श्मशान तक बिना परेशानी के पहुंच सकते है। ग्राम पंचायत सरपंच के बजट का अभाव बताकर हाथ खींच लेने के बाद अब ग्रामीण स्थानीय विधायक व सीएम सलाहकार दानिश अबरार से उम्मीद लगाए बैठे है।
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