India News (इंडिया न्यूज),Hanuman Beniwal News: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। जोधपुर के सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात और होली की शुभकामनाएं देने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से कई तीखे सवाल किए। उन्होंने कहा कि वह राजस्थान के लोगों को जगा रहे हैं और चाहते हैं कि लोग अपने हक की लड़ाई लड़ें।
अधिकारियों को भी अपने जवानों के साथ खड़ा रहना चाहिए- हनुमान बेनीवाल
राजस्थान पुलिस की हड़ताल पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि पुलिस जवानों ने होली नहीं खेली, जबकि अधिकारी त्योहार मना रहे थे। उन्होंने इसे असमानता करार देते हुए कहा कि अधिकारियों को भी अपने जवानों के साथ खड़ा रहना चाहिए था और जब तक जवान हड़ताल पर थे, तब तक उन्हें भी होली नहीं मनानी चाहिए थी।
युवाओं के समर्थन का दावा
हनुमान बेनीवाल ने खुद को युवाओं का नेता बताते हुए कहा कि वह हमेशा उनके हक की लड़ाई लड़ते रहे हैं। उन्होंने मीडिया को इस लड़ाई का अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि जब किसी आंदोलन को मीडिया का समर्थन मिलता है, तो वह और प्रभावी होता है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल का उदाहरण देते हुए कहा कि वह भी मीडिया के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सीधा सवाल किया कि सरकार ने जो वादे किए थे, क्या वे पूरे हुए हैं? अगर नहीं हुए हैं, तो कब तक पूरे किए जाएंगे? उन्होंने युवाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि वह राजस्थान में कानून का राज चाहते हैं और युवाओं के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
पेपर लीक और भर्तियों पर उठाए सवाल
राजस्थान में पेपर लीक और सरकारी भर्तियों को लेकर बेनीवाल ने कहा कि 2018 से लेकर अब तक जितनी भी भर्तियां हुई हैं और जिन परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई है, उनकी पूरी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से यह सवाल किया कि जब बार-बार पेपर लीक हो रहे हैं और इसमें कई लोग पकड़े भी गए हैं, तो भर्तियां रद्द क्यों नहीं की जा रही हैं? उन्होंने इस मामले को लोकसभा में उठाने की भी बात कही।
किरोड़ी लाल मीणा पर ली चुटकी
किरोड़ी लाल मीणा को लेकर बेनीवाल ने दिलचस्प टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मीणा ऐसे नेता हैं, जो बिना लड़े नहीं रह सकते। उन्हें कोई भी बड़ा पद दे दिया जाए, यहां तक कि मुख्यमंत्री भी बना दिया जाए, फिर भी वह किसी न किसी मुद्दे पर जरूर लड़ेंगे। हनुमान बेनीवाल के इन बयानों से साफ है कि वह राजस्थान में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं। उनके सवाल और सरकार पर लगाए गए आरोप विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की राजनीति में नई बहस छेड़ सकते हैं।