India News (इंडिया न्यूज),Jaipur News: राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने के लिए कई प्रयास हो रहे हैं। एक तरफ जहां ईआरसीपी योजना है तो वहीं अब दूसरे तरीके भी अपनाये जा रहे हैं। वहीं अब बरसात की पानी को भी रोपने की तैयारी है। ‘कैच द रेन’ के तहत जल संचय का अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने जयपुर में बताया कि भारत में विश्वभर की 18 प्रतिशत आबादी के साथ केवल 4 प्रतिशत पानी की है।
वर्षा जल संग्रहण करना आवश्यक
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार बिना जल के कल संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि वृहद् परियोजनाओं के साथ छोटे स्तर पर भी वर्षा जल संग्रहण करना आवश्यक है ताकि हर गांव का पानी गांव में, हर खेत का पानी खेत में और हर घर का वर्षा जल घर में ही जमीन में उतर सके। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार बिना जल के कल संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि वृहद् परियोजनाओं के साथ छोटे स्तर पर भी वर्षा जल संग्रहण करना आवश्यक है ताकि हर गांव का पानी गांव में, हर खेत का पानी खेत में और हर घर का वर्षा जल घर में ही जमीन में उतर सके।
भविष्य के लिए अहम है
CM भजनलाल शर्मा ने बताया कि कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के माध्यम से हम राजस्थान को जल उपलब्धता में संपन्न बनाकर इसे एक हरा-भरा, समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाएंगे। इस अभियान के माध्यम से हमारे भविष्य के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया कि जल संचय हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। नदियां, तालाब और जलस्रोत हमारी विरासत हैं और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें बचाने और संरक्षित करें. उन्होंने बताया कि यह अभियान राजस्थान की समृद्धि और आने वाले पीढ़ियों के भविष्य के लिए अहम है।