India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए भीषण अग्निकांड के बाद अब घटना ने रहस्यमयी मोड़ ले लिया है। 14 लोगों की मौत और दर्जनों वाहनों के जलकर खाक होने के इस मामले में पुलिस की विशेष जांच दल (SIT) ने टैंकर के ड्राइवर जयवीर से पूछताछ की। ड्राइवर ने दावा किया कि उसने टक्कर और गैस रिसाव का अंदेशा होते ही भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन उसके बयान ने कुछ नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
ड्राइवर को पहले से थी दुर्घटना की आशंका
जयवीर ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि कंटेनर ट्रक से टक्कर के बाद उसे गैस रिसाव का अंदेशा हो गया था। वह घटनास्थल से सुरक्षित भाग निकला, लेकिन उसके मुताबिक टैंकर की हालत पहले से खराब थी। उसने बताया कि नोजल पहले से कमजोर था और टक्कर के बाद गैस लीक होने की संभावना और भी ज्यादा बढ़ गई।
साजिश या लापरवाही?
SIT की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि जिस एलपीजी टैंकर का नोजल क्षतिग्रस्त हुआ, उसकी हालिया सर्विसिंग में कुछ अनियमितताएं थीं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह घटना महज हादसा थी या इसमें किसी साजिश का हाथ है। टैंकर कंपनी के अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
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पुलिस को ड्राइवर पर शक
पुलिस को शक है कि ड्राइवर जयवीर ने न सिर्फ अपनी जान बचाई बल्कि उसने आग लगने की आशंका के बावजूद अन्य वाहनों को अलर्ट नहीं किया। यह बात मृतकों के परिवारों में आक्रोश पैदा कर रही है। इस घटना ने प्रशासन और टैंकर कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह महज लापरवाही का नतीजा है या इसके पीछे कोई साजिश है? SIT जल्द ही जांच रिपोर्ट जारी करेगी।