India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Jaipur News: राजस्थान के जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों का हड़ताल जारी है। डॉक्टरों के हड़ताल से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। मरीजों के साथ साथ यहां के लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के कारण अस्पताल में सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद है। मरीजों को ठीक से इलाज का समय भी नहीं मिल पा रहा है। एसएमएस अस्पताल के कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, मेडिसिन डिपार्टमेंट में मरीजों को घंटों बाहर घटा होना पड़ रहा है। घंटों इंतजार के बाद भी मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। इसके कारण इन मरीजों को तबियत और बिगड़ने की कगार पर आ गई है।

हड़ताल से सीनियर डॉक्टरों पर दबाव बढ़ा

जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से सीनियर डॉक्टरों पर दबाव बढ़ा है। मेडिसिन डिपार्टमेंट के जूनियर स्पेशलिस्ट डॉ मनोज शर्मा बताते हैं कि मौसमी बीमारियों के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है। एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ सुशील भाटी ने बताया कि उन्होंने हड़ताल से निपटने के लिए सभी सीनियर डॉक्टर को मोर्चे पर लगाया है। लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरों के भरोसे कई तरह की जांच और दूसरी सेवाएं संचालित होती थीं तो वह प्रभावित हुई हैं । उन्होंने बताया कि इमरजेंसी सर्जरी यथावत चालू है। कुछ रूटीन सर्जरी टली है।

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उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को लगातार मॉनिटर कर रही है। अगर रेजिडेंट डॉक्टर अगले दो तीन दिन में काम पर नहीं लौटते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ऐसे में हड़ताल करने वाले डॉक्टरों की मुश्किलें बढ़ सकती है। जितने भी ये सभी डॉक्टर हड़ताल कर रहे है उनकी छुट्टियों में से काटा जा सकता है। इतना ही नहीं डॉक्टरों की स्टाइपेंड कटौती भी की जा सकती है। और दूसरे सख्त एक्शन भी लिए जा सकते हैं। हालांकि सख्त कार्रवाई की चेतावनी का असर भी रेजिडेंट डॉक्टरों पर होता हुआ नहीं दिख रहा। वे अभी भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। जार्ड के अध्यक्ष मनोहर सियोल कहते हैं कि सरकार और प्रशासन हमें पहले भी डराने का प्रयास कर चुका है।

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