India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Kota News:  राजस्थआन के कोटा से छात्राओं के लिए खुशी की खबर है। बता दें कि, कोटा में लगातार हो रहे आत्महत्यों को देखते हुए बड़ा फैसला लिया गया। ताकी आत्महत्या के मामलों को रोका जा सके। इसके लिए कोटा में इमोशनल वेलबीइंग सेंटर खोला गया है। बता दें कि, जिला प्रशासन, पुलिस, सामाजिक संगठन, व्यापारिक संगठन और कोचिंग संस्थान मिलकर सकारात्मक माहौल बनाने का काम कर रहे हैं। बता दें कि, इमोशनल वेलबीइंग सेंटर देशभर के विद्यार्थियों की काउंसलिंग करेगा। विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रखने, उन्हें सकारात्मक बनाने और उनकी समस्याओं को सही करने की कोशिश की जाएगी।

विद्यार्थियों की समस्याओं का निकलेगा समाधान

बच्चों की परेशानी का वैज्ञानिक तरीके से  हल निकाला जाएगा।  इमोशनल वेलबीइंग सेंटर में मौजूद विशेषज्ञ विद्यार्थियों  की परेशानी का हल निकालेंगे।  बता दें कि,   कोटा में  एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने  इमोशनल वेलबीइंग सेंटर शुरू किया है। बच्चों का इलाज कराने के वक्त  काउंसलिंग जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते वरना बच्चे ड़रने लगते है।   बच्चे इलाज कराने से ड़रने लगते है।  बच्चों की इसी मानसिकता को  देखते हुए  इस सेंटर में काउंसलिंग जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करते।

विद्यार्थी हेल्पलाइन नंबर पर कर सकेंगे कॉल

यदी छात्र को किसी भी बात की परेशानी है तो वो  हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकेंगे।  वॉट्सएप के जरिए भी अपनी परेशानी बता सकते है।  यहां काम करने वाले विद्यार्थी वेलफेयर सोसायटी के प्रतिनिधियों से अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं। विशेषज्ञ बच्चों से बात कर उनकी मानसिकता को समझेंगे। इसके बाद उन्हें जिस भी तरह की समस्या होती है, उसके समाधान के लिए उन्हें इमोशनल वेलबीइंग सेंटर के विशेषज्ञों के पास भेजा जाता है।

बच्चे की मानसिकता का अध्ययन

रिलेशनशिप प्रॉब्लम, पढ़ाई से जुड़ी समस्या, खुद को नुकसान पहुंचाना, नशे की लत और इंटरनेट की लत जैसे सभी मामलों के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ हैं, जो उन मामलों को देखते हैं। वे बच्चे की मानसिकता का अध्ययन करते हैं और उसका इलाज करते हैं। इस इमोशनल वेलबीइंग सेंटर से क्लिनिकल और नॉन क्लिनिकल डॉक्टर भी जुड़े हुए हैं, जो छात्रों के लिए काम कर रहे हैं।