India News (इंडिया न्यूज़),Kota Suicide: कभी छात्रों के लिए सपनों का शहर माना जाने वाला कोटा आज आत्महत्या के बढ़ते मामलों से जूझ रहा है। इन घटनाओं ने शिक्षा व्यवस्था और छात्रों पर बढ़ते दबाव को लेकर नई बहस छेड़ दी है। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने इसे “सामूहिक आत्मनिरीक्षण” का समय बताया है। शिक्षा का हब माना जाने वाला कोटा इन दिनों छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों के कारण चर्चा में है। जनवरी 2025 में अब तक 6 छात्रों ने आत्महत्या की है, जिनमें से पांच छात्र इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई और एक छात्रा मेडिकल प्रवेश परीक्षा यानी नीट की तैयारी कर रही थी।

प्रियंका गांधी ने एक्स पर किया पोस्ट

प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’  पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने इन घटनाओं को “बेहद डरावना और दिल दहला देने वाला” बताया। छात्रों और शिक्षा व्यवस्था पर बढ़ते दबाव पर सवाल उठाते हुए उन्होंने सरकार, अभिभावकों और संस्थानों से आत्मनिरीक्षण कर समाधान निकालने की अपील की।

सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “राजस्थान के कोटा में एक ही दिन में दो बच्चों द्वारा आत्महत्या करने की खबर बेहद डरावनी और हृदय विदारक है। यहां तीन सप्ताह के अंदर 5 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है, यह बेहद चिंताजनक है। यह समय शिक्षण संस्थानों, अभिभावकों और सरकारों को मिलकर सोचने और आत्ममंथन करने का है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या हमारे बच्चों पर इतना दबाव है कि वे इसे झेल नहीं पा रहे हैं या फिर पूरा माहौल उनके अनुकूल नहीं है? सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।”

17 दिन में 6 आत्महत्याएं, एक ही दिन में दो घटनाएं

इस साल कोटा में छात्र आत्महत्या का पहला मामला 7 जनवरी को सामने आया था। इसके बाद 8 जनवरी को एक और JEE छात्र ने आत्महत्या कर ली। सबसे गंभीर स्थिति 22 जनवरी को देखने को मिली, जब महज दो घंटे में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले 6 छात्रों में से 5 JEE की तैयारी कर रहे थे। एक छात्रा कोटा में रहकर NEET की तैयारी कर रही थी। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस दिशा में क्या ठोस कदम उठाता है।