इंडिया न्यूज़ (उदयपुर): राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दर्जी का काम करने वाले कन्हैया लाल तेली की हत्या कर उसका वीडियो बनाना और उसे फ़ैलाने का मकसद समुदायों के बीज नफरत फैलाना,अशांति और आतंक फैलाना था, यह बाते राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उदयपुर हत्याकांड में जो एफआईआर दर्ज किया है उसमे लिखी है.
बीते 28 जून को पुराने उदयपुर शहर में कन्हैया लाल की हत्या रियाज़ अखतारी और गोस मुहम्मद द्वारा कर दी गई थी क्योंकि कन्हैया लाल ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था ,इन दोनों ने हत्या का वीडियो भी बनाया उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया ,इसके बाद इन दोनों ने एक और वीडियो बना कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी थी,घटना के अगले दिन इस घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को दे दी गई थी.