India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan High Court:  राजस्थान में रेजिडेंट डॉक्टर अपने स्टाइपेंड और सैलरी बढ़ाने की मांग को लेकर 16 दिनों से हड़ताल पर हैं, जिससे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गंभीर संकट खड़ा हो गया है। हड़ताल के कारण मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है, और अस्पताल में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या 8000 से घटकर 4500 से भी कम हो गई है।

अन्य राज्यों की तुलना में मिलता है अधिक स्टाइपेंड

रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अन्य राज्यों की तुलना में अधिक स्टाइपेंड मिलता है, जैसे एमबीबीएस इंटर्न को राजस्थान में 14,000 रुपये मिलते हैं, जबकि मध्य प्रदेश में यह राशि 13,409 रुपये है। फिर भी, वे वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। सरकार और डॉक्टरों के बीच तनाव बढ़ रहा है, और हड़ताल से मरीजों की जान को भी खतरा है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि भर्ती मरीजों की संख्या भी घट गई है।

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राजस्थान हाईकोर्ट ने मामले का लिया संज्ञान

इस बीच, राजस्थान हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है और चिकित्सा शिक्षा विभाग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन और रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रतिनिधियों को तलब किया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि इस मामले में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, जिसमें हड़ताल के कारण चिकित्सा सेवाओं पर पड़े असर का मूल्यांकन किया जाएगा। आज की सुनवाई में यह तय किया जाएगा कि हड़ताल समाप्त करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।

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