India News ( इंडिया न्यूज़ ) Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने कहा कि प्रदेश के किसानों को पारंपरिक खेती के साथ ही आधुनिक कृषि पद्धति को भी अपनाना होगा। इससे उत्पादन में वृद्धि होगी और उपज की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। बाजरा, तिलहन और दलहन के उत्पादन में जहां राज्य नंबर वन है, वहीं दूध और ऊन के उत्पादन में भी अव्वल है। सीएम गहलोत उदयपुर के बलीचा स्थित गौण मंडी परिसर में आयोजित संभाग स्तरीय किसान महोत्सव को संबोधित किया।

20 हजार किसान करेंगे शिरकत

इसमें 20 हजार किसान शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दूसरे किसान महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने खेती-बाड़ी से संबंधित कई घोषणाएं भी कीं। सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार किसानों के हितों के लिए समर्पित होकर काम कर रही है।

किसानों का होगा लाभ

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में किसान महोत्सव के दौरे के दौरान जिले के विकास के लिए तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने उदयपुर के बलीचा में 100 बीघा जमीन पर फल-सब्जी मंडी बनाने की घोषणा की। इसमें करीब 50 करोड़ की लागत आएगी। इसके अलावा सीएम ने गौण मण्डी बलीचा को स्वतंत्र मण्डी घोषित करने की भी घोषणा की। साथ ही उदयपुर जिले में सीताफल, आम, वनोपज एवं औषधीय पादपों के अनुसंधान व उत्पादन की आधुनिकतम तकनीक विकसित किए जाने को लेकर भी घोषणा की। इसके तहत उदयपुर में तीन सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे। किसान महोत्सव के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने ये घोषणाएं की