India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News : इस बार मानसून की बारिश प्रदेश में जमकर हुई। झालावाड़ को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से कई गुना अधिक बारिश हुई। भारी और अति भारी बारिश के कारण प्रदेश की सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा। हजारों किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और दर्जनों पुलिया टूट गईं। अब बारिश का मौसम धीमा पड़ गया है और दो सप्ताह बाद मानसून विदा होने वाला है। ऐसे में अब राज्य सरकार सड़कों को सुधारने की दिशा में काम करने लगी है। डिप्टी सीएम दीया कुमारी के पास सार्वजनिक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की बैठक लेकर सड़कों को सुधारने के आदेश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सभी सड़कों की तुरंत मरम्मत की जाए।
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि एक नवंबर को दिवाली है। उससे पहले प्रदेश की सभी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कर उन्हें अच्छी स्थिति में लाया जाए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के पास अभी एक महीने से अधिक का समय है। इस दौरान प्रदेश की सभी सड़कों की मरम्मत करें और जहां सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, वहां नई सड़कों का निर्माण शुरू करें। सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। ऐसा न हो कि सड़कें बनने के तुरंत बाद ही फिर से टूट जाएं।
सड़क निर्माण और मरम्मत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारियों से साफ कहा कि वे फील्ड में जाकर निर्माण कार्यों की निगरानी करें। सभी अधिकारी बारी-बारी से 7 दिन फील्ड में रहें। सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि गारंटी अवधि में सड़क खराब होने पर सड़क बनाने वाले ठेकेदार को अनिवार्य रूप से उसकी मरम्मत करनी पड़े। इसके लिए नियमों में कोई संशोधन करना हो तो करें। सड़कों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मॉडल के प्रावधानों को भी शामिल करने के निर्देश दिए गए।