India News(इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान से एक शर्मनाक घटना सामने आ रही है जिसके बाद राजस्थान सरकार ने गुरुवार को सरकारी अस्पताल के तीन रेजिडेंट डॉक्टरों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया, आइए इस खबर में आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण क्या था..
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राजस्थान में एक आधिकारिक बयान के अनुसार ऐसी जानकारी मिली, कि एक गर्भवती महिला, जिसकी स्थिति बहुत गंभीर थी, अस्पताल में जैसे ही प्रवेश लेने के लिए अपने परिवार के साथ वहां पहुंची, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा उसे अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि मामला सामने आने के बाद विभाग ने तत्काल प्रभाव से एक जांच समिति गठित की है।
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बयान में कहा गया है कि समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए, कांवटिया अस्पताल के तीन रेजिडेंट डॉक्टरों – कुसुम सैनी, नेहा राजावत और मनोज को उनकी ओर से “गंभीर लापरवाही और असंवेदनशीलता” पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया।अधिकारियों द्वारा कहा गया कि मामले में पर्यवेक्षी लापरवाही के लिए कांवटिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह तंवर को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। घटना बुधवार की है जब गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। अधिकारियों ने बताया कि बाहर निकलते समय उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसे अस्पताल के गेट के पास बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। कुछ लापरवाह कर्मचारियों की लापरवाही ने उस महिला को इस कष्ट में डाला कि उसकी और उसके नवजात की जान खतरे में जा चुकी थी।